ककोलत जलप्रपात में बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने को बजेगा सायरन
ककोलत जलप्रपात में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे भीड़ को नियंत्रित करने में वन विभाग को मुश्किलें आ रही हैं। 19,800 पर्यटकों की भीड़ के मद्देनजर नए नियम लागू किए गए हैं, जिसमें हर आधे...

नवादा, अरविन्द कुमार रवि। सूबे का कश्मीर कहे जाने वाले ककोलत जलप्रपात में पर्यटकों की भीड़ बेकाबू होते जा रही है। ककोलत पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या हर दिन नया रिकार्ड बना रही है। अभी तक पर्यटकों का एक दिन में आने का 20 हजार का अधिकतम रिकार्ड बना है। शुक्रवार को 19 हजार 800 पर्यटक ककोलत जलप्रपात पहुंचे। ऐसे में ककोलत में भीड़ को नियंत्रित करने में वन विभाग की काफी फजीहत हो रही है। वन विभाग ने इसके लिए ककोलत में कई नये नियम बनाये हैं। इसके तहत ककोलत जलप्रपात कुंड में हर आधे घंटे बाद सायरन बजेगा। सायरन की आवाज पर पर्यटकों को कुंड खाली कर देना होगा।
नहीं करने पर वन कर्मी उन्हें जबरन कुंड से बाहर करने के लिए विवश होंगे। भीड़ की संख्या को देखते हुए कोई अनहोनी घटना न घटे इसके लिए वन विभाग ने ये नया नियम बनाया है। छेड़खानी के कारण चलायी लाठियां ककोलत का एक वीडियो शुक्रवार को वायरल हुआ। हालांकि हिन्दुस्तान अखबार वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। वन विभाग के मुताबिक ये वीडियो 14 मई का है। जिसमें एक वनकर्मी लाठियां चलाता हुआ दिखाई दे रहा है। वन विभाग के डीएफओ की ओर से इस आशय का जारी रिलीज में यह बताया गया है कि उस वक्त महिलाओं के स्नान क्षेत्र में छेड़खानी की शिकायत करने पर वनकर्मी द्वारा तत्परता दिखाते हुए स्थिति को नियंत्रित करने हेतु हस्तक्षेप किया गया था। जिसे लेकर डीएफओ द्वारा उस वन कर्मी से स्पष्टीकरण की भी मांग की गयी है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के उपरांत आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। ककोलत में बनाये गये चार चेकप्वाइंट ककोलत में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए चार चेकप्वाइंट बनाये गये हैं। एक प्वाइंट सीढ़ियों के समीप, दूसरा मेन गेट पर, तीसरा चेकनाका के समीप और चौथा थाली मोड़ पर बनाया गया है। भीड़ की अधिकता पर इन प्वाइंटों पर लोगों को रोक दिया जाएगा और भीड़ के अनुसार पर्यटकों का एक लॉट वहां से आगे निकलेगा। ककोलत जलप्रपात में भीड़ अधिक होने अथवा पार्किंग में वाहनों की संख्या अधिक होने पर भीड़ को उन जगहों पर रोक दिया जाएगा। अतिरिक्त बल मंगाये जा रहे हैं ककोलत में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए औरंगाबाद व गया से वन विभाग के अतिरिक्त बल मंगाये जा रहे हैं। फिलहाल 08 कर्मियों को भेजा गया है। वहीं वन विभाग जिले के अन्य जगहों से भी वहां वन कर्मियों को प्रतिनियुक्त करने में जुटा है। वन विभाग के अनुरोध पर जिला प्रशासन द्वारा एक मजिस्ट्रेट थाली मोड़ पर प्रतिनियुक्त किये गये हैं। वन विभाग द्वारा जिला प्रशासन व पुलिस से अतिरिक्त पुलिसबल की मांग की गयी है। वर्तमान में वन विभाग के करीब 50 कर्मी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ककोलत में प्रतिनियुक्त हैं। परंतु 20 हजार की भीड़ को नियंत्रित करना इनके बूते की बात तो नहीं दिखती है। जिसके कारण वन विभाग विवश बना है। वर्जन ककोलत में पर्यटकों की अप्रत्याशित भीड़ से परेशानी हो रही है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कुंड परिसर में सायरन का उपयोग किया जा रहा है। हर आधे घंटे पर सायरन बजने पर पर्यटकों को कुंड क्षेत्र खाली करना होगा। पर्यटकों से अपील है कि अनावश्यक भीड़ न बढ़ायें। पिक आवर 11 से 03 बजे के बीच तो बिल्कुल भी भीड़ न लगायें। वन प्रशासन को सहयोग करें। - श्रेष्ठ कुमार कृष्णा, डीएफओ नवादा।
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