कारगिल में शहीद मनीष का शव नवादा पहुंचा, शव यात्रा में भारी भीड़; जय हिंद से गुंजा आसमान
फूल-मालाओं से सजे-धजे वाहन पर उनके शव को रख कर राजकीय सम्मान के साथ शवयात्रा की शुरुआत की गयी। 10 बजे यहां से रवानगी हुई और जैसे ही शहीद मनीष का शव वाहन 10:30 बजे आस पास प्रजातंत्र चौक पर पहुंची तो उनकी प्रतीक्षा में रहे लोगों ने जय हिन्द के जयघोष के साथ उन्हें नम आंखों से विदाई दी।

कारगिल में शहीद बिहार के नवादा के लाल पांडेय गंगौट निवासी शहीद मनीष कुमार का शव शनिवार की सुबह आठ बजे पुलिस लाइन लाया गया। यहां से एक फूल-मालाओं से सजे-धजे वाहन पर उनके शव को रख कर राजकीय सम्मान के साथ शवयात्रा की शुरुआत की गयी। 10 बजे यहां से रवानगी हुई और जैसे ही शहीद मनीष का शव वाहन 10:30 बजे आस पास प्रजातंत्र चौक पर पहुंची तो उनकी प्रतीक्षा में रहे लोगों ने जय हिन्द के जयघोष के साथ उन्हें नम आंखों से विदाई दी। लगभग 11 बजे नवादा शहर से अंतिम यात्रा आगे उनके पैतृक आवास पांडेय गंगौट के लिए रवाना हो गयी।
विभागीय सूचना के मुताबिक शव को सड़क मार्ग से कारगिल से लेह भेजा गया। शुक्रवार 16 मई को शव लेह से दिल्ली 12:00 बजे दोपहर के आसपास लाया गया। इसके बाद दिल्ली से पटना तक भेजा गया। पटना से सीधे नवादा के पुलिस लाइन उनका शव लाया गया। पांडेय गंगौट में राजकीय सम्मान के साथ शहीद मनीष को सलामी दी जाएगी और विधिवत उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। शहीद आर्मी मेडिकल कोर के जवान शहीद मनीष कुमार एमएच कारगिल में सेवारत थे।
एफएमएन मुख्यालय 8 माउंटेन डिवीजन में मुख्यालय 14 कोर के उत्तरी कमांड पर तैनात मनीष कुमार युद्ध हताहत की रूप में अपना सर्वोच्च उत्सर्ग कर गए। 14 मई 2025 की सुबह 07:15 बजे ऑपरेशन रक्षक (जम्मू और कश्मीर) के क्रम में मनीष वीरगति को प्राप्त हो गए थे।