पटना का नाम बदलकर पाटिलपुत्र किया जाए, आरएलएम चीफ उपेंद्र कुशवाहा ने उठाई मांग
आरएलएम चीफ उपेंद्र कुशवाहा ने पटना का नाम पाटिलपुत्र रखे जाने की मांग की है। उन्होने कहा कि इसमें केंद्र और राज्य सरकार की भूमिका हो।साथ ही शाहाबाद के कैमूर निवासी आलोक कुमार सिंह और उनके समर्थकों को पार्टी की सदस्यता दिलायी।

रालोमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने एक बार फिर से पटना का नाम बदलकर पाटिलपुत्र करने की मांग उठाई है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आज सम्राट अशोक की जयंती है, इस मौके एक बार फिर से हम लोग अपनी पुरानी मांग दोहरा रहे हैं। जिसमें केंद्र और राज्य सरकार की भूमिका हो। हमारी पार्टी भी पूरा सहयोग करेगी। इससे पहले कुशवाहा ने सम्राट अशोक जयंती और बाबू जगजीवन राम की जयंती के मौके पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया।
उपेंद्र कुशवाहा ने शाहाबाद के कैमूर निवासी आलोक कुमार सिंह और उनके समर्थकों को पार्टी की सदस्यता दिलायी। उन्होंने कहा कि इनके साथ आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी। शनिवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने बोधगया मंदिर कानून में संशोधन करते हुए प्रबंधन का काम बौद्धिष्ट को सौंपने की मांग की। उन्होंने कहा कि एक माह से बौद्ध मतावलंबी बोधगया में आंदोलनरत है। 1953 में इससे संबंधित 8 सदस्यीय समिति बनाने की व्यवस्था है।
तब इसमें यह तय किया गया था कि हिन्दू डीएम ही अध्यक्ष होंगे। यह व्यवस्था कांग्रेस के कार्यकाल में की गई थी। उन्होंने बताया कि इस कानून में बदलाव की मांग संसद में भी किया है। इस मौके पर पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रामपुकार सिन्हा सहित अन्य नेता मौजूद थे।