NDA की बैठक में उपेंद्र कुशवाहा की RLM का सिंबल बदल गया, सिलेंडर की जगह पंखा लगाया
- दरअसल इस बैनर में 'पंखा' के तस्वीर का इस्तेमाल आरएलएम का चुनाव चिह्न के तौर पर किया गया था। लेकिन पिछले ही साल चुनाव आय़ोग ने राष्ट्रीय लोक मोर्चा पार्टी को सिलेंडर चुनाव चिह्न दिया था। अब यह सवाल उठ रहे हैं कि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के चुनाव चिह्न को लेकर आखिर इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई?

बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले दिल्ली में NDA नेताओं की अहम बैठक हुई। बिहार बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर संजय जायसवाल के आवास पर बुधवार को आयोजित इस बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद थे। लेकिन इस बैठक के दौरान वहां लगाए गए बैनर को लेकर विवाद हो गया है। दरअसल बैठक के दौरान वहां जो बैनर लगाया गया था उसमें एनडीए के कई बड़े चेहरों की तस्वीर के अलावा इसमें शामिल अलग-अलग पार्टियों के चुनाव चिह्न को भी दिखाया गया था।
लेकिन उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के चुनाव चिह्न को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल इस बैनर में 'पंखा' के तस्वीर का इस्तेमाल आरएलएम का चुनाव चिह्न के तौर पर किया गया था। लेकिन पिछले ही साल चुनाव आय़ोग ने राष्ट्रीय लोक मोर्चा पार्टी को सिलेंडर चुनाव चिह्न दिया था। अब यह सवाल उठ रहे हैं कि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के चुनाव चिह्न को लेकर आखिर इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई?
यहां आपको बता दें कि जब उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी RLSP यानि राष्ट्रीय लोक समता पार्टी थी तब उनकी पार्टी का चुनाव चिह्न 'सीलिंग फैन' था। आरएलएसपी पार्टी में टूट के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी नई पार्टी बनाई थी। बगावत के वक्त आरएलएसपी से इस्तीफा देने वाले कुछ विधायकों ने पार्टी के 'पंखा' चुनाव चिह्न को लेकर चुनाव आयोग को खत भी लिखा था। लेकिन साल 2019 में चुनाव आयोग ने कहा था कि लोकसभा चुनाव खत्म होने तक 'सीलिंग फैन'ही आरएलएसपी का चुनाव चिह्न रहेगा।