एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर रालोमो चीफ उपेंद्र कुशवाहा ने कहा सीट शेयरिंग समय पर हो जानी चाहिए। और जनता के बीच यह मैसेज जाना चाहिए कि एनडीए में शामिल दल और उनके नेता को सम्मान मिला है। सभी दल एकजुट हैं, तभी शाहबाद और मगध की सीटें जीत सकते हैं।
मुजफ्फरपुर में एक महारैली में उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि दक्षिण भारत के राज्यों द्वारा संसदीय और विधानसभा परिसीमन कार्य को रोकने की साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि परिसीमन न होने से उत्तर भारत को...
उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि वह अपनी पार्टी के माध्यम से हमेशा ही हित के मुद्दों को उठाते रहे हैं। इसके लिए कई बार उनको बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है लेकिन, वह जनहित पर समझौता कर पद पाने वाले लोगों में से नहीं हैं।
Upendra Kushawaha Maharally: उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा(आरएलएम) आज रविवार को मुजफ्फरपुर में शक्ति प्रदर्शन कर रही है। स्थानीय मुजफ्फरपुर क्लब मैदान में रैली का आयोजन किया गया है। उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि
बिहार एनडीए के सहयोगी चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा रविवार यानी 8 जून को चुनावी शंखनाद करने जा रहे हैं। लोजपा (आर) की शाहबाद में नव संकल्प महासभा और उपेंद्र कुशवाहा की संवैधानिक अधिकार परिसीमन सुधार महारैली का आगाज होगा। जिसें लाखों लोगों के पहुंचने का दावा किया जा रहा है।
बिहार चुनाव को लेकर एनडीए में सीटों के बंटवारे फॉर्मूला लगभग तय हो गया है। सूत्रों के हवाले से खबर है जेडीयू 102 से 103, भाजपा को 101 से 102, चिराग की लोजपा (आर) को 25 से 28, जीतनराम मांझी की हम को 6-7 और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम को 4-5 सीटें देने पर सहमति बनी है।
बिहार में चुनावी साल के बीच नीतीश सरकार ने एक और आयोग का गठन किया है। राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष प्रह्लाद कुमार बनाए गए हैं। वहीं उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएम के अंगद कुमार को सदस्य बनाया गया है। कमीशन में कुल पांच सदस्य हैं।
रविावार 8 जून को चिराग पासवान की आरा में, तो उपेंद्र कुशवाहा की मुजफ्फरपुर में रैली है। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एनडीए में चुनावी ताकत दिखाने के लिए दोनों ही नेता जोर लगा रहे हैं।
बिहार में चुनावी साल में दलित बच्ची की रेप और हत्या का मुद्दा नीतीश सरकार के गले की फांस बनता जा रहा है। विपक्ष के बाद अब सहयोगी दलों के नेता भी इस पर सवाल उठाने लगे हैं।
सिताब दियारा से 15 दिन पहले यात्रा पर निकले प्रशांत किशोर हर सभा में लोगों से कह रहे हैं कि बिहार में बदलाव जरूरी है, नीतीश कुमार को हटाना जरूरी है, पीएम नरेंद्र मोदी कहें तो भी उनको वोट नहीं देना है। लेकिन भाजपा के वोट पर चोट से फायदा किसे होगा?