पटना के अथर्व ने फ्ल्ड सेफ्टी कार का प्रोटोटाइप बना दिया, पेटेंट करवाने में मदद करेगी सरकार
नीति आयोग ने पानी में कार डूबने की समस्या के समाधान पर पटना के अथर्व के बनाए प्रोटोटाइप को सराहा है। अटल इनोवेशन मिशन के तहत छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित राष्ट्रीय स्कूल इनोवेशन मैराथन प्रतियोगिता में इस मॉडल का चयन हुआ है।

अक्सर आपने समाचारों में देखा और सुना होगा कि गाड़ी पुल से गिरी और नदी या पानी में डूब गई। यहां तक कि बारिश में भी कार डूब जा रही है। सवारियों की मौत हो जा रही है। गाड़ी पानी में गिरे लेकिन उसमें बैठे लोगों की जान बच जाए, इस पर पटना के एक स्कूली छात्र ने प्रोटोटाइप मॉडल बनाया है। केंद्रीय विद्यालय खगौल के दसवीं के छात्र (जब आइडिया दिया तब नौवीं में थे) मास्टर अथर्व ने गाड़ियों के डूबने की समस्या के समाधान के रूप में ‘फ्लड सेफ्टी कार’ नाम से एक प्रोटोटाइप मॉडल तैयार किया है। गाड़ी में एयर बैलून का इस्तेमाल किया गया है, जो एयर पंप की मदद से फूल जाएगा। गाड़ी पानी में गिरते ही एयर बैलून खुद खुल जाएगा और गाड़ी पानी में तैरने लगेगी।
अथर्व को प्रोटोटाइप मॉडल विकसित करने का विचार तब आया, जब उसने एक गाड़ी को डूबते हुए देखा था। स्कूल में इसके लिए शिक्षकों से मदद मिली। इस प्रोटोटाइप मॉडल को नीति आयोग ने सराहा है। इस प्रोटोटाइप को आगे विकसित किया जाएगा। शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल की ओर से इस प्रोटोटाइप को पेटेंटिंग सपोर्ट भी दिया जाएगा।
क्या है फ्लड सेफ्टी कार, कैसे करेगा काम
फ्लड सेफ्टी कार के निचले हिस्से (चेसिस) में एक बैलून लगाया गया है। एक एयर मोटर लगा है। जैसे ही गाड़ी पानी या नदी में जाएगी, एयर मोटर चलने लगेगा और बैलून में हवा भर देगा। इससे गाड़ी डूबने के बजाय पानी की सतह पर तैरने लगेगी। अथर्व ने बताया कि जिस तरह एक्सीडेंट में एयर बैग जान बचाने में काम आता है, उसी तरह यह एयर बैलून गाड़ी को डूबने से बचाएगा। इस तकनीक पर कार बनने से लोगों की सुरक्षा हो सकेगी।