ईएसआईसी की 17 डिस्पेंसरी को जल्द मिलेंगे डॉक्टर
बिहार कर्मचारी राज्य बीमा सोसाइटी (बीईएसआईएस) का निबंधन हो गया है। राज्य सरकार ने केंद्र से मान्यता के लिए प्रस्ताव भेजा है। मान्यता मिलने पर 34 डॉक्टर, 17 नर्स और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की बहाली...

बिहार कर्मचारी राज्य बीमा सोसाइटी (बीईएसआईएस) का निबंधन हो गया है। सोसाइटी की मान्यता के लिए राज्य सरकार ने केंद्र को प्रस्ताव भेजा है। माना जा रहा है कि केंद्र से जल्द ही सोसाइटी को मान्यता मिल जाएगी। मान्यता मिलने पर कर्मचारी राज्य बीमा निगम की 17 डिस्पेंसरी (दवाखाना) में 34 डॉक्टर, 17 नर्स, 17 फार्मासिस्ट और 17 तकनीशियन की बहाली होगी। सोसाइटी के माध्यम से राज्य के लगभग 4.5 लाख कर्मचारियों और उनके लगभग 20 लाख परिवार को नि:शुल्क बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी। डॉक्टर सहित स्वास्थ्य कर्मियों की बहाली संविदा के आधार पर ही होगी। श्रम संसाधन विभाग का लक्ष्य है कि केंद्र से सोसाइटी को मान्यता मिलने के छह माह के अंदर सभी कर्मचारियों के इलाज के लिए अस्पताल और डिस्पेंसरी की स्थिति को सुधार दी जाए। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित बीईएसआईएस में 14 सदस्य हैं। इसमें श्रम संसााधन विभाग के प्रधान सचिव या सचिव अध्यक्ष हैं। इसके साथ ही वित्त और स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव या प्रधान सचिव के साथ ईएसआईएस बिहार के निदेशक सहित ईएसआईसी के मेडिकल ऑफिसर आदि शामिल हैं।
सोसाइटी को मान्यता मिलने के बाद इसे बीमित कर्मचारियों और उनके परिवार के इलाज के लिए आवश्यक संसाधन बढ़ाने का निर्णय लेने की आजादी होगी। अभी डॉक्टर सहित कर्मचारी बढ़ाने और अन्य निर्णय के लिए केंद्र की ईएसआईसी पर पूरी तरह निर्भरता रहती है। बीईएसआई के निदेशक चिकित्सा सेवाएं डॉ. ब्रजनंदन प्रसाद ने बताया कि केंद्रीय श्रम व रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया से भी मिल कर सोसाइटी को जल्द मान्यता दिलाने का आग्रह किया गया है। केंद्रीय मंत्री जल्द मान्यता मिलने का भरोसा दिया है।
बीमित कर्मियों के इलाज के लिए वर्षों से मुंगेर और रोहतास में बंद अस्पताल भी चालू कराने की तैयारी है। अभी पटना में दीघा, जमाल रोड, अशोकनगर कंकड़बाग और पटना सिटी में डिस्पेंसरी है। इसके साथ ही भागलपुर, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, कटिहार, गया, बिहारशरीफ, समस्तीपुर और वैशाली में भी डिस्पेंसरी हैं।
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