आरसीपी सिंह का नहीं है कोई सियासी वजूद : उमेश कुशवाहा
जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने आरसीपी सिंह द्वारा अपनी पार्टी ‘आसा का जनसुराज में विलय’ पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह आरसीपी सिंह के समाप्त होते राजनीतिक अस्तित्व का उदाहरण है।...

जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की ओर से अपनी पार्टी ‘आसा का जनसुराज में विलय किए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि राजनीतिक शरण पाने के लिए जनसुराज के दरवाजे पर दस्तक देना, आरसीपी सिंह के समाप्त हो चुके सियासी वजूद का उदाहरण है। कुशवाहा ने रविवार को आरसीपी सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि निजी स्वार्थ और विश्वासघात की राजनीति करने वालों का अंजाम हमेशा ऐसा ही होता है, जो व्यक्ति कभी हमारे नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कमजोर करने की साजिश में जुटा था। आज वही जनसुराज के सहारे सियासी पुनर्जीवन की तलाश में भटक रहा है।
यह स्थिति उस कहावत को चरितार्थ करती है ‘जैसी करनी, वैसी भरनी।अपने जारी बयान में उन्होंने यह भी कहा कि आरसीपी सिंह और प्रशांत किशोर की जोड़ी वैसी ही है, जैसे बिना डोर की पतंग।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।