मद्य निषेध सिपाहियों को अर्द्धसैनिक बलों के समान प्रशिक्षण
मद्य निषेध विभाग के कर्मियों को अर्द्धसैनिक बलों के समान प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया गया है। यह प्रशिक्षण पटना सहित पांच जिलों में स्थित छह ग्रुप सेंटरों में होगा। छापेमारी के दौरान बढ़ते हमलों को...

मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सिपाही से लेकर दारोगा स्तर के कर्मियों को अर्द्धसैनिक बलों के समान प्रशिक्षण मिलेगा। इस आवासीय प्रशिक्षण की व्यवस्था विभाग के पटना सहित पांच जिलों में स्थित छह ग्रुप सेंटरों में की गयी है। छापेमारी के दौरान मद्य निषेध विभाग के कर्मियों पर लगातार बढ़ रहे हमलों को देखते हुए विभाग ने यह निर्णय लिया है। इसके लिए इन ग्रुप सेंटरों की कमान सेना के रिटायर अफसरों को दी जा सकती है। विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, मद्य निषेध विभाग के कर्मियों को प्रशिक्षण देने के लिए पटना के कुम्हरार और पालीगंज के अलावा मुजफ्फरपुर, भागलपुर, गया और सहरसा में ग्रुप सेंटर बनाए गए हैं।
उत्पाद थानों और चेक पोस्टों के अतिरिक्त बल को इन्हीं ग्रुप सेंटरों में रखा जाता है। विभाग ने निर्णय लिया है कि छापेमारी की घटनाओं से निबटने और कर्मियों को पूरी तरह फिट रखने के लिए परिसर में अर्द्धसैनिक बल के समान प्रशिक्षण कैलेंडर तैयार होगा। इसके लिए सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, बीएसएफ और एसएसबी आदि केंद्रीय बलों से रिटायर हो चुके डीएसपी और इंस्पेक्टर स्तर के पदाधिकारी ट्रेनर के तौर पर रखे जाएंगे। वर्तमान में उत्पाद विभाग के अंतर्गत 1142 सिपाही, 647 एएसआई, 218 दारोगा, 185 इंस्पेक्टर, 39 अधीक्षक, 13 सहायक आयुक्त, आठ उपायुक्त और एक संयुक्त आयुक्त तैनात हैं। उत्पाद विभाग के 80 थाना और 84 चेक पोस्ट के अतिरिक्त कर्मियों को इन्हीं ग्रुप सेंटरों में रिजर्व रखा जाता है।
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