बोले मुंगेर: नालों का किया जाए पक्कीकरण अविलंब मिले शौचालय की राशि
खलीफा टोला चकहासिम गांव में आजादी के 76 साल बाद भी कई बुनियादी समस्याएं हैं। यहां पानी, बिजली, शौचालय और शिक्षा की कमी है। गांव के लोग रोजगार के लिए दूसरे प्रदेशों में पलायन करने को मजबूर हैं। स्थानीय...

प्रस्तुति: नवीन झा/अमरेन्द्र कुमार खलीफा टोला चकहासिम गांव में आजादी के 76 साल बाद भी कई बुनियादी समस्याएं आमजनों के लिए परेशानियों का सबब बना हुआ है। सदर प्रखंड की श्रीमतपुर पंचायत के चकहासिम गांव में अब भी कई ऐसी बुनियादी समस्याएं हैं, जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां के लोगों के लिए सबसे बड़ी समस्या पानी की है, एक ही जलमीनार से बड़ी आबादी के बीच पानी पहुंचाए जाने की व्यवस्था के कारण अधिकांश घरों में समुचित पानी नहीं मिलता है। 40 से 50 घरों के लिए बिजली पोल की व्यवस्था नहीं की गई है।
इसके कारण यहां के लोगों को दूर से बिजली का तार लाना पड़ता है। गांव में बड़ा नाला कच्ची रहने के कारण सड़ांध की समस्या है। इसके कारण लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। गांव का अब भी 50 परिवार शौचालय की राशि से वंचित है। हिंदुस्तान के बोले मुंगेर संवाद के दौरान ग्रामीणों ने अपनी परेशानी साझा की और समाधान के उपाय भी बताये। सदर प्रखंड की श्रीमतपुर पंचायत के खलीफा टोला चकहासिम गांव में आजादी के 76 साल बाद भी कई मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। शिक्षा, शौचालय, बिजली सहित कई समस्याएं गांव में मुंह बाएं खड़ी है। बुधवार को हिंदुस्तान टीम चकहासिम गांव में ग्रामीणों के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित किया। संवाद कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों ने कई समस्याओं का जिक्र किया। ग्रामीणों ने बताया कि आजादी के 76 साल बाद भी गांव के अंदर कई ज्वलंत समस्याएं मौजूद है। जिसका समाधान होना अति आवश्यक है। गांव में पेयजल, कच्ची नाला सबसे बड़ी समस्या है। जगह-जगह नाली का अभाव है, जिसके कारण घरों का पानी सड़कों पर जमा रहता है। गांव का मुख्य बड़ा नाला कच्ची रहने से सही रूप में गंदा पानी का बहाव नहीं हो पाता है। जिससे सड़ांध के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है। श्रीमतपुर पंचायत की चकहासिम गांव में चार सौ से भी अधिक परिवार जीवन यापन करते हैं। इस गांव की आबादी तीन हजार भी अधिक है। मजदूरी पर आधारित रहने वाले इस गांव के मजदूरों के लिए रोजगार की व्यवस्था नहीं है। रोजगार के आभाव में यहां के लोग मजदूरी के लिए दूसरे प्रदेश पलायान करने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने कहा कि अगर स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार की सुविधा मिल जाए तो जीवन यापन करने में सहूलियत होगी। गांव के बच्चों के लिए स्कूल तो है, लेकिन सभी स्कूलों में वर्ग कक्ष की घोर कमी है। इसके कारण बच्चों को पठन-पाठन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गांव में पुस्ताकलय की भी नहीं है, जिससे कि यहां के बच्चों को पढ़ाई में सहायता मिल सके। ग्रामीणों ने कहा कि शौचालय की राशि से वंचित लोगों को अविलंब राशि दिलाए जाने की व्यवस्था की जाए। वहीं कई महिलाओं ने कहा कि गांव के अंदर सिलाई सेंटर, कमजोर बच्चों के लिये कोचिंग सेंटर की व्यवस्था अविलंब किया जाए। गांव के अंदर आंगनबाड़ी केंद्र तो है, लेकिन अपना भवन ही नहीं है। ग्रामीणों ने गांव के अंदर विभिन्न विद्यालयों का जिक्र करते हुए कहा कि शिक्षक तो हैं, लेकिन बच्चों के अनुसार विद्यालय में कमरों का अभाव है। अगर बच्चों को विद्यालय में बैठने का समुचित जगह मिले तो पठन-पाठन का भी माहौल बेहतर होगा। इतना ही नहीं बच्चों को स्किल डेवलपमेंट के लिए स्थानीय स्तर पर कोर्स कराए जाने की व्यवस्था किया जाए, जिससे कि बच्चों में आत्मनिर्भरता का बोध हो सके। वहीं ग्रामीणों ने कहा कि जो भी छोटी- छोटी समस्याएं हैं अगर उसे दूर कर दिया जाए तो पंचायत के लोगों को परेशानियों से निजात तो मिलेगी ही इससे पंचायत का भी विकास हो सकेगा। चकहासिम गांव में कई घरों तक बिजली का तार व पोल नहीं पहुंचा है, जिससे कि दूर से घरों में बिजली लाना पड़ा है। -मो. तनवीर गांव में युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्किल डेवलपमेंट की व्यवस्था हो। जिससे आर्थिक स्थिति में सुधार आए। -मो. शहबाज चकहासिम गांव में मजदूरों के लिए रोजगार की समुचित व्यवस्था हो। यहां के मजदूरों को अक्सर काम नहीं मिलता है। -मो. इरशाद बड़ा नाला जो पूरी तरह से कच्ची है, इसे पक्की करने के लिए प्रशासन को अविलंब कदम उठाना चाहिए। परेशानी होती है। -शबाना बेगम चकहासिम गांव में शौचालय के लिए 50 लोगों ने आवेदन किया है। लेकिन अबतक लोगों को राशि नहीं मिली है। -शबाना खातून चकहासिम में पुस्तकालय नहीं रहने के कारण बच्चों को आवश्यक पुस्तक के लिए जहां-तहां भटकना पड़ता है। -जरीना बेगम चकहासिम गांव में नौकरी पेशा वाले लोगों की काफी कमी है। यहां के लोगों की मुख्य पेशा मजदूरी के साथ ही व्यवसाय है। -मो. शहजादा अगर स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण देकर आर्थिक सहयोग मिले तो काफी संख्या में गांव से पलायन किए लोग वापस आ सकते हैं। -जेवा परवीन विद्यालय में कमरे की समस्या है। कमरों की कमी से बच्चों की पठन-पाठन की व्यवस्था में परेशानी आ रही है। -शबरू निशां शौचालय की राशि नहीं मिलने से बहू-बेटियों को शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है। जल्द से जल्द हम सभी वंचितों को शौचालय की राशि मिले। -सोनी सभी ग्रामीण सड़कों के किनारे नाली का निर्माण हो, जिससे कि बारिश के दिनों में कोई परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। जलजमाव से सड़ांध की स्थिति बन जाती है। -नेहा परवीन बारिश के दिनों में भू-गर्भीय जल दूषित हो जाता है। ऐसे में लोागें की परेशानी काफी बढ़ जाती है। खासकर बारिश के दिनों में साफ-सफाई पर विशेष ख्याल रखा जाय। -मो. सलीम आंगनबाड़ी केद्र को अपना भवन हो, अपना भवन उपलब्ध होने के बाद ही बच्चों को सही रूप में व्यवस्था का लाभ मिल सकेगा। -मो. शाह आलम चकहासिम गांव के लोग कई प्रदेशों में मजदूरी करने जाते हैं। अगर गांव में मजदूरी मिले तो बेहतर होगा। -मो. समीर समाज की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में रोजगार की व्यवस्था हो। जिससे आर्थिक स्थिति में सुधार आए। -एमडी. मिराज पीएम आवास के लाभ से अब भी कई परिवार वंचित हैं। आवास का लाभ नहीं मिलने से बारिश के दिनों में वैसे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। -मो. अमन बोले जिम्मेदार सदर प्रखंड की श्रीमतपुर पंचायत विकास के मामले में संपन्न है। बावजूद जो भी छोटी-छोटी समस्याओं को लेकर लोगों को जो परेशानी है, उसे संबंधित अधिकारियों को अवगत कराकर उसके निराकरण को लेकर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। चकहासिम गांव के लोगों की जो भी समस्याएं हैं उसका निदान किया जाएगा। इसके लिए संबंधित अधिकारियों से बातचीत की जाएगी। -अजीत कुमार सिंह, डीडीसी, मुंगेर शिकायत 1. शौचालय की राशि से चकहासिम गांव के 50 घर अब तक वंचित। इसके कारण परेशानियों का करना पड़ रहा है सामना। 2. 40 घरों तक नहीं पहुंचा है बिजली का तार तथा पोल, दूर से लाना पड़ती है बिजली। इसके कारण तार चोरी का डर बना रहता है। 3. गांव का मुख्य बड़ा नाला कच्ची रहने से सड़ांध की है स्थिति। लोग संक्रमण बीमारी के हो रहे शिकार। 4. विद्यालयों में वर्ग कक्ष की कमी से छात्र-छात्राओं को पठन पाठन में हो रही परेशानी। 5. गांव में पुस्तकालय नहीं रहने से बच्चों को होती है परेशानी। सुझाव 1. शौचालय की राशि से वंचित 50 परिवारों को मिले अविलंब राशि। जिससे लोगों की परेशानी कम हो। 2. तार व पोल से वंचित लोगों की घरों तक पहुंचे बिजली। इससे बिजली के तार चोरी होने से बचेंगे। आर्थिक क्षति नहीं होगी। 3. गांव का मुख्य कच्ची नाला को अविलंब किया जाय पक्कीकरण, लोग संक्रमण बीमारी से बचेंगे। 4. विद्यालयों में वर्ग कक्ष की कमी को दूर किए जाने की हो पहल। इससे छात्र-छात्राओं की परेशानी कम होगी। 5. चकहासिम गांव में पुस्तकालय निर्माण कराया जाए, जिससे बच्चों की समस्याएं हो दूर।
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