देवीनगर में कच्ची सड़कें व जलजमाव से परेशानी, बांस के सहारे बिजली आपूर्ति
देवी नगर हाजमा टोला के निवासी कच्ची सड़कों, बिजली के खंभों की कमी और जलापूर्ति की समस्याओं का सामना कर रहे हैं। मोहल्ले के 90 फीसदी लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। बारिश में जलजमाव और यातायात में...
नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 27 के अंतर्गत आने वाले देवी नगर हाजमा टोला में कच्ची और उबड़-खाबड़ सड़कों के कारण मोहल्ले के लोगों को परेशानी हो रही है। मोहल्ले के लोग चंदा इकट्ठा कर सड़क पर मिट्टी डाल कर किसी तरह सड़क को समतल करा कर चलने को मजबूर हैं। बिजली के पोले नहीं लगने के कारण बांस के सहारे बिजली के तार घरों तक ले जाकर लोग काम चला रहे हैं। देवी नगर के 90 फीसदी इलाकों में बिजली के खंभे नहीं है। हर घर नल की सुविधा भी यहां नहीं है। इसके कारण चापाकल के सहारे आयरन युक्त पानी पीने को लोग विवश हैं।
नव अधिग्रहित क्षेत्र होने के कारण इस मोहल्ले के लोगों को शहरी सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है। यहां की 90 फीसदी आबादी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। रजनीश कुमार पांडे, विक्की कुमार, सुमित श्रीवास्तव ने बताया कि सड़क निर्माण के लिए वर्षों से मांग करते आ रहे हैं। इस मोहल्ले की 90 फीसदी सड़कें कच्ची हैं। बरसात के दिनों में यह मोहल्ला टापू बन जाता है। बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी होती है। मुश्किल से चंदा इकट्ठा कर सड़क पर राबिश, ईंट के टुकड़े डालकर आवागमन हो रहा है। सड़क से उड़ने वाली धूल से लोगों को परेशानी हो रही है। गाड़ियों की आवाजाही में भी काफी परेशानी होती है। बरसात के दिनों में मोहल्ला जलजमाव से टापू में तब्दील हो जाता है। जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण अत्यधिक बारिश होने पर घरों में पानी घुस जाता है। पीसीसी सड़क और नाली की कमी से यहां के लोग बरसों से जूझ रहे हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधियों से शिकायत करने के बावजूद इन तमाम समस्याओं का 3 वर्षों में समाधान नहीं निकल सका है। मोहल्ले के विकास के लिए अतिरिक्त आवंटन की जरूरत है। यह मोहल्ला विकास के मामले में पहले से ही काफी पिछड़ा हुआ है। जिला मुख्यालय से एक किलोमीटर की दूरी पर बसा यह मोहल्ला बरसात के दिनों में शहर से कट जाता है। बानूछापर छावनी रोड तक आने में लोगों को परेशानी हो रही है। कच्ची सड़क होने के कारण हल्की बारिश में चार पहिया और दो पहिया वाहन फंस जाते हैं। अधिकतर सड़कें पैदल चलने लायक नहीं है। नव अधिग्रहित क्षेत्र होने के कारण शहरी जलापूर्ति का लाभ मोहल्ले के लोगों को नहीं मिल रहा है। सुमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि 1.80 लाख रुपए लगाकर हम अपने घर के सामने चलने लायक सड़क बनवाए हैं। बिजली के तार बांस के सहारे घरों तक ले जाने में खतरा बना रहता है। बिजली विभाग के अधिकारियों के पास शिकायत करने के बावजूद अभी तक बिजली के खंभे अधिकांश क्षेत्रों में नहीं लगे हैं। कुंदन कुमार, रामकुमार यादव, सुभाष यादव ने बताया कि मोहल्ले में सड़कों की कमी के कारण आने-जाने में काफी परेशानी होती है। दूध की आपूर्ति, गैस की आपूर्ति, गृह निर्माण की सामग्रियों को ले आने में काफी परेशानी होती है। आसपास के क्षेत्र में गंदगी होने के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। यहां फॉगिंग नहीं होती है।
प्रस्तुति -श्रीकांत तिवारी
बिजली विभाग द्वारा जहां भी बिजली का पोल नहीं है वहां बिजली का पोल लगाया जा रहा है। इसके लिए एजेंसी को काम दे दिया गया है। नगर निगम क्षेत्र के जिन वार्डों में ऐसी समस्या आ रही है, जहां लोग नए बस रहे हैं। वहां पर कुछ जगहों पर पोल नहीं है उन्हें चिह्नित किया जा रहा है। उस जगह पर पोल जल्द से जल्द लगा दिया जाएगा। इसका प्रयास किया जा रहा है।
-सुशील कुमार, एसडीओ, बिजली विभाग
जहां कहीं भी सड़कें टूटी हुई हैं। वहां की योजनाओं को लिया जा रहा है। बोर्ड में उसे पास करके जल्द से जल्द सभी वार्डों में जहां भी सड़क खराब है, उसका निर्माण कराया जाएगा। नगर निगम प्रशासन द्वारा स्वच्छ और सुंदर बेतिया के लिए सड़कों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। नगर निगम के अधिकारी लोगों की समस्याओं को दूर करने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
- गरिमा देवी सिकरिया, मेयर नगर निगम
सुझाव
1 देवी नगर हाजमा टोला के सभी कच्ची सड़कों का पीसीसी कराया जाना चाहिए। नाली का निर्माण कराया जाए।
2. अत्यधिक बारिश होने पर जल निकासी की व्यवस्था होनी चाहिए। जलजमाव नहीं हो इसकी व्यवस्था होनी चाहिए।
3. शहरी जलापूर्ति की सुविधा मोहल्ले के लोगों को मिले। सभी घरों में हर-हर नल का कनेक्शन दिया जाए। पानी टंकी लगे।
4. मोहल्ले के सभी क्षेत्रों में बिजली के खंभे लगाए जाएं। ताकि घरों में बिजली की आपूर्ति करने में कोई परेशानी नहीं हो।
5. नव अधिग्रहित वार्ड होने के करण अतिरिक्त विकास राशि का आवंटन इस मोहल्ले के विकास के लिए दिया जाए।
शिकायतें
1. देवी नगर हाजमा टोला में 90 फीसदी क्षेत्र में कच्ची सड़क है। नाली की सुविधा यहां नहीं है। यह सबसे बड़ी समस्या है।
2. 50 फीसदी से ज्यादा क्षेत्र में कच्ची सड़कें भी नहीं है। पगडंडी के सहारे मोहल्ले के लोग आते जाते हैं।
3. यहां के लोग चापाकल के सहारे आयरन युक्त पानी पीने को विवश है। सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है।
4. 90 फीसदी क्षेत्रों में बिजली के खंभे नहीं है। लोगों को बांस के सहारे घरों तक बिजली की आपूर्ति करनी पड़ रही है।
5. जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण बरसात के दिनों में मोहल्ला टापू में तब्दील हो जाता है।
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