बीआरए बिहार यूनिवर्सिटी में घमासान, वीसी और प्रॉक्टर के खिलाफ थाना पहुंचे एग्जाम कंट्रोलर
परीक्षा नियंत्रक डॉ. पासवान ने आवेदन में बताया है कि 14 जून 2025 को पार्ट-2 की विशेष परीक्षा के लिए केंद्र की सूची तैयार करने के लिए कुलपति ने उन्हें अपने कक्ष में बुलाया। यहां बुरा भला कहते हुए त्याग पत्र देने को कहा।

बिहार के प्रतिष्टित बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय में परीक्षा नियंत्रक डॉ. सुबा लाल पासवान ने वीसी और प्रॉक्टर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र राय और प्रॉक्टर प्रो. विनय शंकर राय के खिलाफ एससी-एसटी थाने में शिकायत की है। आवेदन में परीक्षा नियंत्रक ने कुलपति और प्रॉक्टर पर जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करने और डराने-धमकाने का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
उधर, परीक्षा नियंत्रक की शिकायत और आरोप को विवि के कुलपति प्रो. राय ने बेबुनियाद बताया है। उनका कहना है कि परीक्षा नियंत्रक के सारे आरोप मनगढ़ंत हैं। वहीं, एससी-एसटी थाना के थानाध्यक्ष राम विनय कुमार ने बताया कि परीक्षा नियंत्रक ने आवेदन देकर शिकायत की है। वरीय अधिकारियों के निर्देश के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. पासवान ने आवेदन में बताया है कि 14 जून 2025 को पार्ट-2 की विशेष परीक्षा के लिए केंद्र की सूची तैयार करने के लिए कुलपति ने उन्हें अपने कक्ष में बुलाया। यहां बुरा भला कहते हुए त्याग पत्र देने को कहा। इसके बाद उन्होंने जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। परीक्षा नियंत्रक ने अपनी शिकायत में कहा है कि कुलपति के साथ प्रॉक्टर प्रो. विनय शंकर ने भी उन्हें डराने-धमकाने की कोशिश की। दोनों अधिकारी पूर्व में भी उन्हें धमकी दे चुके हैं कि उनकी बात नहीं मानी तो पद से हटा दिया जाएगा। परीक्षा नियंत्रक ने आवेदन में कहा है कि उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के लिए विवि में दो उप परीक्षा नियंत्रक की नियुक्ति की गई है। यह विवि अधिनियम के खिलाफ है।
इससे पहले परीक्षा नियंत्रक की ओर से वीसी के खिलाफ राज्यपाल को लिखा गया एक पत्र भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस पत्र में भी परीक्षा नियंत्रक ने कुलपति पर परेशान करने का आरोप लगाया है। इस पत्र की चर्चा दिनभर होती रही। हालांकि, इस वायरल पत्र की सत्यता की पुष्टि लाइव हिन्दुस्तान नहीं करता है।