Samastipur Residents Demand Urgent Repairs as Streets and Slabs Crumble जर्जर सड़क और नालों के टूटे स्लैब से परेशान हैं आदर्श नगर के निवासी, Samastipur Hindi News - Hindustan
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जर्जर सड़क और नालों के टूटे स्लैब से परेशान हैं आदर्श नगर के निवासी

समस्तीपुर के आदर्शनगर मोहल्ले में जर्जर सड़क और टूटे स्लैब की समस्या कई वर्षों से बनी हुई है। 2023 में नगर निगम ने नए स्लैब बनवाए, लेकिन वे जल्दी ही टूटने लगे। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क की...

Newswrap हिन्दुस्तान, समस्तीपुरSun, 27 April 2025 06:25 PM
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जर्जर सड़क और नालों के टूटे स्लैब से परेशान हैं आदर्श नगर के निवासी

समस्तीपुर। हजारों की आबादी वाले आदर्शनगर मोहल्ले में जर्जर सड़क और टूटे स्लैब की समस्या वर्षों से बनी हुई है। वर्ष-2023 में नगर निगम के फंड से नया स्लैब बनाया गया लेकिन कुछ ही महीनों में वह भी टूटना शुरू हो गया। एक स्लैब की मरम्मत की जाती है तो दूसरा टूट जाता है। ऑटो और दूसरे वाहन चालक इस मोहल्ले में आना ही नहीं चाहते। आरजू और मिन्नत के बाद आते हैं लेकिन बीच रास्ते में उतार कर चले जाते हैं। इस मोहल्ले में कई डॉक्टरों के अस्पताल भी हैं, जिस कारण एंबुलेंसों का आना-जाना लगा रहता है। इनको भी बड़ी परेशानी झेलनी पड़ती है। स्थानीय लोगों ने कहा कि नगर निगम समस्या का निदान कराए। बाजारों की आबादी वाले आदर्शनगर मोहल्ले में जर्जर सड़क की समस्या वर्षों से बनी हुई है। वर्षों तक जर्जर सड़क व टूटे स्लैब से आवाजाही करने को विवश लोगों के लिये वर्ष-2023 में नगर निगम के फंड से नया स्लैब बनाया गया लेकिन कुछ ही महीनों में वह भी टूटना शुरू हो गया। एक स्लैब की मरम्मत की जाती है तो दूसरी टूट जाती है। नगर निगम के वार्ड-40 की यह मुख्य सड़क है। ‘बोले समस्तीपुर कार्यक्रम के दौरान मोहल्ले के लोगों ने अपनी-अपनी समस्याओं पर खुलकर बताया। रवि रंजन ने बताया कि आदर्शनगर शहर के व्यस्तम मोहल्लों में से एक है। आदर्श नगर चौराहा से धुरलख पंचवटी चौक तक जाने वाली सड़क पर करीब दो वर्ष पूर्व स्लैब बनाया गया था। तब से हर महीने कोई ना कोई स्लैब टूटता ही रहता है। उन्होंने बताया कि निर्माण के दौरान गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखने पर स्लैब टूटने का सिलसिला लगातार जारी है। हालांकि शिकायत मिलने पर उक्त टूटे स्लैब को बना दिया जाता है, लेकिन कुछ ही दिनों में फिर से दूसरा स्लैब टूट जाता है।

स्थानीय निरंजन कुमार ने बताया कि इस रोड में सबसे अधिक संकट वाहन व एम्बुलेंस से नर्सिंग होम व डॅाक्टर से इलाज करने के लिए आने-जाने वाले मरीजों को उठाना पड़ता है। इस मोहल्ले में डॉक्टरों का क्लीनिक व नर्सिंग होम अधिक है। जिसके कारण मरीजों का वाहनों से आना जाना लगा रहता है। टूटे स्लैब के कारण, जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इस कारण गंभीर मरीजों के एंबुलेंस में ही दम तोड़ने की भी आशंका बनी रहती है।

स्थानीय कन्हाई कुमार ने बताया कि 2023 में जब स्लैब बनना शुरू हुआ था तो उसी समय बनने के दौरान ही हफ्ते भर में स्लैब टूटना शुरू हो गया था। नये स्लैब निर्माण के दौरान जून महीने के प्रथम हफ्ते में एक ट्रैक्टर की ट्रॉली का वजन भी स्लैब नहीं सह सका था और ट्रैक्टर की ट्राली नाले में ही धंस गयी। इसमें किसी के जानमाल की क्षति तो नहीं हुई लेकिन एक बड़ी दुर्घटना टल गयी थी। इसके बाद स्लैब टूटने का सिलसिला लगातार जारी है।

अशर्फी शाह ने बताया कि नाले में वाहन आए दिन फंस रहे हैं। जिससे आने-जाने वालों को काफी परेशानी होती है। पिछले हफ्ते ही अंधेरे में टूटे स्लैब में फंसकर एक बाइक सवार गिर गया था। जिसे स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकाला गया। बीत मार्च महीने भी एक चौपहिया वाहन नाले में फंस गया। जिससे कुछ देर के लिए मेन रोड पर जाम की समस्या खड़ी हो गई। स्थानीय लोगों की मदद से उस वाहन को बाहर निकालकर यातायात सुचारू किया गया।

निगम को टैक्स देते, सुविधाएं नहीं मिलती : सोनावती देवी, दीपक कुमार, धर्मेंद्र कुमार ठाकुर, गोलू राजा, राहुल यादव आदि ने बताया कि मोहल्ला में स्कूल, अस्पताल, दुकान समेत अन्य संस्थान होने के कारण बड़ी संख्या में लोग किराया पर घर लेकर यहां रहते हैं। अधिकतर लोग ग्रामीण क्षेत्र से हैं। अपने बच्चों की पढ़ाई व उनके बेहतर भविष्य का सपना संजोए लोगों को यहां गांव से भी खराब सुविधा मिल रही है। वहीं स्थानीय लोगों ने कहा कि हमारे हम नगर निगम को टैक्स तो देते हैं पर उस अनुरूप सुविधाएं नहीं मिलतीं। लोगों ने बताया कि टूटे स्लैब के कारण दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। बच्चे व बुजुर्ग अक्सर रात में गिरकर घायल हो जाते हैं। बाइक व कार चलाने वालों को भी दिक्कत होती है। ऑटो या प्राइवेट गाड़ी चालक गली में आना नहीं चाहते। उन्हें अधिक पैसे देकर लाते हैं, लेकिन यह भी डर बना रहता है की कौन सा स्लैब कब टूट जाए और बड़ा हादसा हो जाए। पुष्पा कुमारी ने बताया कि नगर निगम फिर से नये सिरे से इस रोड को बनाए, जिसमें निर्माण के दौरान उसकी गुणवत्ता का ख्याल रखा जाए। वहीं पंकज सिंह ने बताया कि नालों के स्लैब कई जगहों पर टूटे हुए हैं। लोग इसमें गिरकर घायल हो रहे हैं। आदर्शनगर के नालों पर बने स्लैब को बारिश से पहले मरम्मत कराने की जरूरत है। वहीं जलजमाव आज भी चुनौती बनी हुई है। बरसात के मौसम में यह कॉलोनी पूरी तरह डूबी रहती है।

बोले-जिम्मेदार

आदर्शनगर मोहल्ले के लोगों की परेशानी से अवगत हूं। नये सीरे से यहां नाला सह सड़क बनाने का विचार किया जा रहा। जल्द ही मोहल्ले के लोगों की समस्या दूर होगी। नगर निगम इस ओर प्रयासरत है। सफाईकर्मियों को नियमित नाला और कूड़े के उठाव का निर्देश दिया गया है।

-अनिता राम, मेयर, नगर निगम समस्तीपुर

प्रस्तुति : अविनाश/विजय

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