सूर्य मंदिर तक गूंजे जयकारे, महिलाओं ने आस्था के बीच की जलभरी
(पेज चार )शुरू होकर ऐतिहासिक सूर्य मंदिर परिसर स्थित यज्ञशाला तक पहुंची। रास्ते भर पारंपरिक सजावट, घोड़े और रथ, साथ ही ढोल-नगाड़ों

कोचस, एक संवाददाता। बुधवार को श्री हनुमत रूद्र प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ की जलभरी यात्रा धूम धाम से निकाली गई। जलभरी यात्रा ने कोचस को आस्था के रंग में रंग दिया। सिर पर कलश लिए कतारबद्ध महिलाएं उनके पीछे भक्तों की भीड़ और चारों ओर गूंजते भजन देखने लायक था। महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में सिर पर कलश लेकर चल रही थीं। पूरे मार्ग में गूंजते रहे भक्ति गीत, घोड़े रथ व वाद्ययंत्रों ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। गंगवलिया वन से यात्रा शुरू होकर ऐतिहासिक सूर्य मंदिर परिसर स्थित यज्ञशाला तक पहुंची। रास्ते भर पारंपरिक सजावट, घोड़े और रथ, साथ ही ढोल-नगाड़ों और शंखनाद की मधुर ध्वनियों ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
महिलाओं के साथ पुरुष श्रद्धालु भी पूरे उत्साह से शामिल रहे। श्रद्धा, अनुशासन और भक्ति से सजी यह यात्रा क्षेत्रवासियों के लिए गर्व का क्षण बन गई। 2 जून तक चलेगा महायज्ञ यज्ञ समिति के संयोजक राकेश सिंह उर्फ तिवारी बाबा और मनोज राय ने बताया कि यह विशेष महायज्ञ दो जून तक चलेगा। प्रतिदिन धार्मिक अनुष्ठान, प्रवचन और हवन का आयोजन किया जाएगा। नौबतपुर (पटना) से आए प्रख्यात संत श्री 1008 स्वामी सुदर्शनाचार्य जी महाराज अपने प्रवचनों से श्रद्धालुओं को धर्म और भक्ति के मार्ग पर प्रेरित करेंगे। मौके पर हिंदू सेवा समिति के अध्यक्ष सोनू शर्मा ने प्रमुख भूमिका निभाई। उन्होंने तपती धूप में प्यासे श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह शरबत और ठंडे पानी की व्यवस्था की। वहीं समाजसेवी रिंकू ओझा ने भी कई स्थानों पर जल सेवा केंद्र लगा कर लोगों की सराहना बटोरी। आयोजन समिति ने बताया कि यज्ञ के लिए जल गंगवलिया वन, धर्मवती नदी और बक्सर से गंगाजल लाकर कलशों में विधिपूर्वक पूजा-अर्चना के बाद भरा गया। इस पुण्य जल को हवन में अर्पित किया जाएगा। मनोज राय ने बताया कि प्रवचन उपरांत रामलीला एवं रात्रि में कृष्ण लीला की प्रस्तुति वृंदावन के कलाकारों के द्वारा की जाएगी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।