नीट यूजी की छह केंद्रों पर आयोजित परीक्षा से 75 परीक्षार्थी रहे अनुपस्थित
युवा पेज की लीड सामान्य परीक्षार्थियों को तीन घंटे तथा दिव्यांग को मिला था चार घंटे का समय जिले की छह केंद्रों पर आयोजित शांतिपूर्ण परीक्षा में 3069 परीक्षार्थी हुए शामिल सासाराम, नगर संवाददाता। नीट...

सासाराम, नगर संवाददाता। नीट यूजी की परीक्षा रविवार को जिले की छह केंद्रों पर शांतिपूर्ण ढंग संपन्न हुई। जिसमें 3069 परीक्षार्थी शामिल हुए। सामान्य परीक्षार्थियों को तीन घंटे का समय दिया गया था, और उनकी परीक्षा शाम पांच बजे संपन्न हुई। जबकि दिव्यांग परीक्षार्थियों को चार घंटे का समय दिया गया था। दिव्यांग परीक्षार्थियों की परीक्षा शाम छह बजे संपन्न हुई। जिला नियंत्रण कक्ष के प्रभारी पदाधिकारी डीईओ मदन राय ने बताया कि सभी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों की उपस्थिति काफी अच्छी रही। किसी केंद्र से परीक्षा में गड़बड़ी या कदाचार की सूचना नहीं है। सभी केंद्रों पर दिव्यांग परीक्षार्थी भी थे, इस कारण परीक्षा छह बजे शाम तक जारी रही।
बताया कि मौसम बदलने से दिन में अंधेरा छा गया था। लेकिन सभी केंद्रों पर जेनरेटर और लाइट की अच्छी व्यवस्था होने के कारण परीक्षार्थियों को कोई दिक्कत नहीं हुई। एक-दो केंद्रों पर जेनरेटर चलने में कुछ मिनटों का विलंब हुआ, लेकिन फिर सब कुछ सामान्य हो गया था। बताया कि जिले की सभी छह केंद्रों पर परीक्षार्थियों की कुल संख्या 3144 थी। जिसमें 3069 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। जबकि 75 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। श्री शंकर इंटर स्कूल तकिया में परीक्षार्थियों की संख्या 672 थी, जिसमें 16 अनुपस्थित रहे। एसपी जैन कॉलेज सासाराम में परीक्षार्थियों की संख्या 720 थी, जिसमें 16 अनुपस्थित रहे। गर्वमेंट पॉलीटेक्निक डेहरी में परीक्षार्थियों की संख्या 384 थी, जिसमें 16 अनुपस्थित रहे। रोहतास महिला कॉलेज में परीक्षार्थियों की संख्या 288 थी, जिसमें 8 अनुपस्थित रहे। शेरशाह सूरी इंटर स्तरीय विद्यालय में परीक्षार्थियों की संख्या 600 थी, जिसमें 10 अनुपस्थित रहे। शेरशाह इंजीनियरिंग कॉलेज में परीक्षार्थियों की संख्या 480 थी, जिसमें नौ अनुपस्थित रहे। कदाचार मुक्त परीक्षा को लेकर थी चाक-चौबंद व्यवस्था स्वच्छ व कदाचारमुक्त परीक्षा के संचालन को लेकर चाक चौबंद व्यवस्था रही। सभी परीक्षा केंद्रों पर स्टैटिक मजिस्ट्रेटों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। साथ ही प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर महिला स्टैटिक दंडाधिकारी की भी नियुक्ति की गई थी। सभी परीक्षा केंद्रों पर पुलिस बल की भी तैनाती की गई, जिसमें पुरूष एवं महिला सिपाही शामिल रहीं। सभी परीक्षा केंद्रों पर गश्ती दल दंडाधिकारी की भी प्रतिनियुक्ति की गई थी। गश्ती दल दंडाधिकारी परीक्षा अवधि में अपने संबद्ध परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करते रहे। परीक्षा में विधि व्यवस्था व गोपनीयता बनाए रखने के लिए परीक्षा केंद्रों को कुल तीन जोन में बांटा गया था। प्रत्येक जोन में दो-दो परीक्षा केंद्र शामिल किए गए थे। प्रत्येक जोन अर्थात दो-दो परीक्षा केंद्रों पर एक उड़नदस्ता दल की प्रतिनियुक्ति की गई थी। उड़नदस्ता दल परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण करती रही। जिला स्तर पर जिला नियंत्रण कक्ष से सबकी मानिटरिंग की जा रही थी। कड़ी जांच के बाद मिला प्रवेश परीक्षा केंद्रों पर कड़ी जांच के बाद परीक्षार्थियों को अंदर प्रवेश करने दिया गया। परीक्षा हॉल में मोबाइल, ब्लूट्रूथ, किसी तरह के इलेक्ट्रानिक उपकरण के ले जाने की अनुमति नहीं थी। परीक्षा केंद्र पर तैनात दंडाधिकारी की देख-रेख में केंद्र के बाहर परीक्षार्थियों की जांच की जा रही थी। फोटो नंबर- 16 कैप्शन- महिला महाविद्यालय परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों की जांच करते अधिकारी।
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