गर्मी बढ़ते ही अस्पतालों में बढ़ने लगी मरीजों की भीड़
सीतामढ़ी में गर्मी के बढ़ते प्रभाव से सरकारी अस्पतालों और निजी नर्सिंग होम्स में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। सदर अस्पताल में 10 बेड का आईसीयू शुरू किया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने गर्मी से बचाव के...

सीतामढ़ी। जैसे-जैसे गर्मी अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच रही है, सरकारी अस्पतालों और निजी नर्सिंग होम्स में मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी है। जिले के सदर अस्पताल में भी गर्मी के बढ़ते प्रभाव के कारण मरीजों की संख्या में अचानक वृद्धि हो गई है। बच्चों और बुजुर्गों के लिए गर्मी का असर और भी खतरनाक हो सकता है, क्योंकि धूप की तपिश से उनकी सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। ऐसे में अस्पतालों में बेतहाशा भीड़ बढ़ने से व्यवस्थाएं भी चुनौतीपूर्ण हो रही हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इस स्थिति को देखते हुए जल्द ही गाइडलाइन्स जारी की हैं और अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है। इस गाइडलाइन में लोगों को हीट वेव से बचने के उपायों के बारे में जागरूक किया गया है, ताकि मरीजों की संख्या को नियंत्रित किया जा सके। अस्पतालों को मरीजों के इलाज के लिए बेहतर व्यवस्था करने और अधिक से अधिक बेड की व्यवस्था करने का नर्दिेश दिया गया है।
सदर अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड में हीआईसीयू की शुरुआत: सदर अस्पताल, सीतामढ़ी में गर्मी और लू से परेशान मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इमरजेंसी वार्ड में ही 10 बेड का आईसीयू शुरू किया गया है। यह कदम अस्पताल प्रशासन ने इस सख्त गर्मी के मौसम में अत्यधिक दबाव को देखते हुए उठाया है। अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर सुधा झा ने बताया कि आईसीयू का संचालन इमरजेंसी वार्ड में किया जा रहा है, ताकि मरीजों को तुरंत उपचार मिल सके। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था तब तक जारी रहेगी, जब तक गर्मी व लू का प्रभाव बना रहेगा। चिकत्सिकों की कमी को देखते हुए, अस्पताल प्रशासन का कहना है कि वे आईसीयू की क्षमता और डॉक्टरों की संख्या को बढ़ाने पर भी विचार कर रहे हैं। उपाधीक्षक ने कहा चिकत्सिकों की कमी के कारण इमरजेंसी के चिकत्सिक ही आईसीयू का संचालन कर रहे थे। जहां इमरजेंसी वार्ड एवं आईसीयू भवन में थोड़ी दूरी के कारण परेशानी हो रही थी।
स्वास्थ्य विभाग का जागरूकता अभियान
जिला भीवीडी नियंत्रण पदाधिकारी डॉ.आरके यादव ने बताया स्वास्थ्य विभाग ने गर्मी से बचने के उपायों के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए गांवों और स्कूलों में चौपाल का आयोजन किया है। इन चौपालों में लोगों को लू, गर्मी और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव के बारे में जानकारी दी जा रही है। इसके साथ ही, अधिकारियों द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें गांवों में नुक्कड़ नाटक और स्वास्थ्य जागरुकता अभियान चलाए जा रहे हैं। जारी की गई गाइडलाइन में प्रमुखत: गर्मी में अधिक से अधिक पानी पीने, शरीर को ठंडा रखने और घर से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। इसके अतिरक्ति, यदि किसी को तेज बुखार या लू का असर महसूस हो, तो तत्काल अस्पताल में इलाज कराने की सलाह दी जा रही है।
अस्पतालों की तैयारियाँ
इस बढ़ती गर्मी को देखते हुए अस्पतालों में बेहतर प्रबंधन की आवश्यकता है। अस्पताल के चिकत्सिकों ने बताया कि गर्मी में इमरजेंसी वार्ड में मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है। अस्पताल में विशेष व्यवस्था की जा रही है ताकि मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके। चिकत्सिकों के अनुसार, अब तक टाइफाइड, मलेरिया, और अन्य वायरल बुखार के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है, जो गर्मी और लू के कारण और भी बढ़ सकते हैं। बुधवार को इमरजेंसी में कई प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से रेफर मरीज का इमजेंसी में इलाज किया जा रहा था। इमरजेंसी में इलाज कर रहे चिकत्सिक डॉ.अमरनाथ यादव ने बताया दो दिनों से इमरजेंसी में गर्मी व लू के मरीजों में काफी इजाफा हुआ है। अधिकांश मरीज इमरजेंसी में वही पहुंच रहे हैं।
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