जिले के छोटे बाजार रोज हो रहे महाजाम के शिकार
हसनपुरा के मुख्य बाजार में जाम की समस्या लगातार बनी रहती है। सब्जी मंडी रोड से लेकर हसनपुरा मुख्य बाजार तक, चार पहिया वाहनों की आवाजाही के कारण जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। स्थानीय प्रशासन और...

हसनपुरा, एक संवाददाता। नगर पंचायत के मुख्य बाजार हसनपुरा - अरंडा गोला बाजार में बराबर जाम की समस्या लगी रहती है। खासकर सब्जी मंडी रोड से लेकर हसनपुरा मुख्य बाजार तक। इस सड़क पर सुबह से लेकर शाम तक जब चार पहिया वाहन निकलते हैं तो जाम की स्थिति बन जाती है। जिसके चलते हर रोज जाम से लोगों को समस्या होती है। इस जाम से निजात के लिए किसी को इन समस्याओं को सुलझाने की परवाह नहीं है। सालों से लोग नगर के हर जनप्रतिनिधि के अलावा प्रशासनिक अधिकारी जाम लगने की समस्या को देख रहे हैं। इनमें हसनपुरा चौहट्टा, मछली बाजार जाने वाले मार्ग पर हर रोज जाम की स्थिति बनती है।
ऐसा नहीं है कि जिम्मेदारों को इस समस्या के बारे में पता ही न हो। सब कुछ जानते हुए भी इस समस्या का समाधान आज तक नहीं हो सका। वहीं सड़क के दोनों ओर हाथठेले दुकानदार रहते हैं। इसके अलावा मार्ग से कार व अन्य चार पहिया वाहन आने लगे तो समस्या बढ़ गई। इन वाहनों को निकलने के लिए रास्ता ही नहीं मिल पा रहा था। हालत यह हो गई कि इस मार्ग से निकलना दूभर हो जाता है। हर दिन की है समस्या : इस मार्ग पर तो जाम लगने की हर रोज की समस्या है। इस स्थिति से नगरवासी के अलावा हर कोई इस जाम से हर रोज जूझते रहते हैं। उन्हें काफी परेशान भी होना पड़ता है। इसके बाद भी उनकी समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं देता है। समस्या 2 देहाती बाजार पर भी लगने लगा महाजाम, प्रशासन मौन फोटो- 7 - बड़हरिया में रोड के किनारे महारजाम लग जाने से लोगों को आना- जाना हो जा रहा मुश्किल। बड़हरिया। प्रखंड़ मुख्यालय की तमाम सड़कें अतिक्रमण की शिकार हैं। अब ग्रामीण क्षेत्र के बाजार जैसे करबला बाजार, पुरानी बाजार, हरदोबारा बाजार, तेतहली बाजार, पुरैना बाजार, पहाड़पुर बाजार, शिवधारी मोड बाजार, ज्ञानी मोड बाजार, कैलगढ़ बाजार लकड़ी बजट सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्र के बाजार पर भी भीषण जाम लगना शुरू हो गया है। मुख्य कारण सड़क के दोनों किनारे सब्जी और फलों और पकौड़ी बर्गर सहित अन्य चीजों का ठेला लगाने से सड़क पतली होने के कारण जाम लग जाता है। सीवान, गोपालगंज, बरौली, जामो, तरवारा जाने में जाम ही महजाम में बदल जाता है। इतना ही नहीं इसके अलावा सड़क के दोनों किनारे ई रिक्शा को खड़ा करना भी जाम का मुख्य कारण है। जाम इस कदर लगता है कि घंटों छोटी बड़ी वाहन सड़क पर ही फंसी रहती है। वही इस जाम से निजात पाना स्थानीय प्रशासन के लिए एक चुनौती बन गया है। जिसकी खामियाजा बाजार स्थित दुकानदारों को भुगतनी पड़ती है। ग्राहक बिना बाजार से सामान खरीदे वापस चले जाते हैं। इतना ही नहीं बहुत मार्केट मालिकों द्वारा अपने मार्केट के सामने ठेला लगवाया जाता है और कुछ नगद की वसूली हो जाती है। इससे सड़क पतली हो जाती है और जाम लगता है। एकरामुल हक सिद्दीकी, कामरेड कमालुद्दीन अहमद, लाल मोहर, राजकिशोर साह, सुनील कुमार चंद्रवंशी, राजू साह, आनंद गिरि, सीताराम पासवान, रामबालक सिंह सहित अन्य लोगों का कहना है कि प्रशासन सड़क के किनारे का अतिक्रमण मुक्त करा दे तो कई जान भी बच सकती है।
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