Small railway stations in Bihar become liquor smuggling hotspots बिहार में छोटे रेलवे स्टेशन बने शराब तस्करी के हॉटस्पॉट, अंधेरा होते ही शुरू हो जाता है खेल, Bihar Hindi News - Hindustan
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बिहार में छोटे रेलवे स्टेशन बने शराब तस्करी के हॉटस्पॉट, अंधेरा होते ही शुरू हो जाता है खेल

शराबबंदी वाले राज्य बिहार में बड़े रेलवे स्टेशनों पर सतर्कता और चेकिंग बढ़ने से धंधेबाज अब छोटे स्टेशनों का रुख कर रहे हैं। रात के अंधेरे में छोटे-छोटे रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों से जमकर शराब की तस्करी हो रही है।

Jayesh Jetawat हिन्दुस्तान, वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरThu, 13 March 2025 05:55 PM
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बिहार में छोटे रेलवे स्टेशन बने शराब तस्करी के हॉटस्पॉट, अंधेरा होते ही शुरू हो जाता है खेल

बिहार में मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, मोतिहारी और हाजीपुर रेलखंड के छोटे-छोटे स्टेशन शराब तस्करों के लिए हॉटस्पॉट बन गए हैं। बड़े रेलवे स्टेशनों पर जांच से बचने के लिए शराब के धंधेबाज छोटे-छोटे स्टेशन पर दारू की खेप ट्रेन से उतारकर, दूसरी जगहों पर सप्लाई कर रहे हैं। शाम होते ही स्टेशन से सुरक्षाकर्मी गायब हो जाते हैं। फिर अंधेरा होते ही तस्करी का खेल शुरू हो जाता है। इसे लेकर केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने रेल पुलिस के साथ आरपीएफ को अलर्ट किया है। साथ ही छोटे स्टेशनों को चिह्नित कर जांच में तेजी और धंधेबाजों की गिरफ्तारी करने को कहा है।

खुफिया एजेंसी ने अपने पत्र में कहा है कि मुजफ्फरपुर सेक्शन के सभी बड़े स्टेशनों पर लगातार शराब की अवैध आवक पर रोकथाम के लिए कार्रवाई की जाती है। धंधेबाज और कैरियर पकड़े भी जा रहे हैं। बड़े स्टेशन पर जांच और गिरफ्तारी से बचने के लिए शराब धंधेबाज छोटे स्टेशन का रुख कर रहे हैं, जहां पुलिस की तैनाती तो होती है लेकिन वे अपनी ड्यूटी को लापरवाही से करते हैं। इसका फायदा उठाकर शराब माफिया और तस्कर विदेशी शराब छोटे स्टेशनों पर खेप उतरकर क्षेत्र में खपाने के लिए भेज रहे हैं।

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हाजीपुर-मुजफ्फरपुर रेलखंड के भगवानपुर, गोरौल, तुर्की और कुढ़नी, मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी रूट के जुब्बासाहनी, परमजीवर तारजीवार, गरहा , मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर रूट पर ढोली, दुबहा और मुजफ्फरपुर-मोतिहारी रेलखंड के कांटी, पिपराहा, मेहसी, कपरपूरा आदि स्टेशनों पर निगरानी बढ़ाने की बात कही गई है।

शाम होने के बाद बढ़ जाती है सक्रियता :

बताया गया है कि छोटे स्टेशनों पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाती है। मगर वे अक्सर अपने पोस्ट से गायब होते हैं। बड़ी ट्रेन के आगमन पर प्लेटफॉर्म पर आते हैं, बाकी समय अपना काम करने में लगे होते हैं। शाम के बाद छोटे स्टेशनों पर पुलिसकर्मी नहीं दिखते हैं। इसका फायदा माफिया उठा रहे हैं।

बड़े स्टेशनों पर जांच शुरू :

इधर, होली को लेकर मुजफ्फरपुर समेत अन्य बड़े रेलवे स्टेशनों पर जांच शुरू हो गई है। इसका नतीजा है कि शराब कैरियर जंक्शन पर पकड़े भी जा रहे हैं। रेल डीएसपी भी टीम के साथ जंक्शन का औचक निरीक्षण कर रहे हैं। लेकिन छोटे स्टेशन इनकी भी नजरों से दूर हैं।