बिहार के इस जिलों में नागराज का कहर, 27 दिन में 242 लोगों को डसा; सांप से दहशत
हर दिन औसतन आठ से नौ लोग सर्पदंश का शिकार हो रहे हैं, जो चिंता का विषय है। विशेषज्ञों का मानना है कि गर्मी के कारण सांप ठंडी जगह की तलाश में घरों में घुस रहे हैं, इससे यह घटनाएं बढ़ रही हैं।

बिहार के समस्तीपुर जिले में गर्मी और बारिश के कारण विषैले सांपों का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले 27 दिनों में सदर अस्पताल में सर्पदंश के 242 मामले सामने आए हैं, इनमें एक व्यक्ति की जान चली गई। इन घटनाओं से जिले में दहशत का माहौल है। सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड इंचार्ज भगवान प्रजापति ने बताया कि मार्च माह में ही संभावित जरूरत को देखते हुए करीब तीन हजार एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन का स्टॉक किया गया था। गर्मी की शुरुआत के साथ ही सांपों का कहर बढ़ गया है।
सांप घरों में घुसकर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। डॉ. शाहिद प्रवेज के अनुसार, एक सर्पदंश पीड़ित को स्थिति की गंभीरता के अनुसार 10 से 14 वायल तक इंजेक्शन देने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि समय रहते इलाज मिलने से अधिकांश मरीजों को बचाया जा सका है। हालांकि अब भी कई लोग पहले झाड़-फूंक के चक्कर में पड़ते हैं, इससे मरीज की स्थिति गंभीर हो जाती है। सदर अस्पताल के अलावा जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) में एंटी स्नेक वेनम की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य विभाग ने अपील की है कि सर्पदंश की स्थिति में झाड़-फूंक से बचें और तुरंत अस्पताल पहुंचें।
इन इलाकों में सबसे ज्यादा प्रकोप
सबसे अधिक मामले रुन्नीसैदपुर, परिहार, बथनाहा, और परसौनी प्रखंडों से आए हैं। इलाज पाने वालों में रीगा की संजना खातून, सिंगरहिया की रुखसाना खातून, बथनाहा के राम प्रताप महतो, शबनम खातून, परिहार मैनपुर की नीतू कुमारी, रुन्नीसैदपुर की अंजना कुमारी व राकेश कुमार और परसौनी की सीता देवी शामिल हैं।
हर दिन औसतन आठ से नौ लोग सर्पदंश का शिकार हो रहे हैं, जो चिंता का विषय है। विशेषज्ञों का मानना है कि गर्मी के कारण सांप ठंडी जगह की तलाश में घरों में घुस रहे हैं, इससे यह घटनाएं बढ़ रही हैं।