वो दौर आएगा जब मंदिरों की जमीन पर भी कब्जा होगा, वक्फ बिल पर बोली आरजेडी
लोकसभा में वक्फ बिल पर बहस के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने आरोप लगाया कि बीजेपी सब कुछ अपने कब्जे में करना चाहती है। एक समय ऐसा आएगा, जब मंदिरों की जमीन और फंड पर भी सरकार कब्जा करने का प्रयास करेगी।

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध किया है। लोकसभा में गुरुवार को वक्फ बिल पर चर्चा के दौरान राजद की ओर से सांसद सुधाकर सिंह ने कहा कि एक दौर ऐसा भी आएगा, जब मंदिरों की जमीन और धन पर कब्जा करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह पार्टी सब कुछ अपने अधीन करना चाहती है।
राजद सांसद सुधाकर सिंह ने सदन में बुधवार को कहा कि वक्फ बिल केवल कानून का मसौदा नहीं है। यह भारतीय संविधान की मूल भावना, धर्मनिरपेक्षता के आदर्शों, लोकतंत्र की भावना और भारत की बहुलतावाद संस्कृति के खिलाफ है। वक्फ बोर्ड एक संवैधानिक निकाय है। यह निजी निकाय नहीं है। इसके सदस्यों की नियुक्ति राज्य द्वारा की जाती है। इस समिति में डीएम की नियुक्ति कर इसे कमजोर किया जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि बीते 10 सालों में एनडीए सरकार के कार्यकाल में लगातार संवैधानिक संस्थानों पर हमले हो रहे हैं। बीजेपी खुद को अल्पसंख्यक हितैषी बताती है लेकिन उसका लोकसभा में एक भी मुस्लिम सांसद नहीं है। सुधाकर ने कहा कि बौद्ध धर्म का जो ट्रस्ट है उसमें एक भी गैर बौद्ध नहीं हैं। अब उसका भी स्ट्रक्चर बदलने की तैयारी की जा रही है।
सुधाकर सिंह ने कहा कि बीजेपी के सांसद इस बिल के पारित होने के बाद वक्फ में महिलाओं और पिछड़ों को आरक्षण मिलने की बात कह रहे थे। उन्हें हम पूछना चाहते हैं कि राम मंदिर के ट्रस्ट में महिलाओं और पिछड़ों को आरक्षण क्यों नहीं दिया गया था। जब बहुसंख्यकों के हिसाब से कानून बनते हैं तो उसके अलग नियम क्यों बनाए जाते हैं?