बिहार का पानी लूटने को हो रहा विकास; अपने बयान पर खूब ट्रोल हो रहे कन्हैया कुमार
- उन्होंने कहा कि बिहार से जबरन पलायन हो रहा है। किसी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि उन लोगों के बच्चों को बीसीसीआई में नौकरी मिल जाती है और हमारे बच्चे नौकरी के लिए पलायन कर रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी के नेता और जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार इन दिनों बिहार यात्रा पर हैं। इस दौरान वह दरभंगा की पहुंचे थे, जहां उन्होंने बिहार में बन रही बड़ी-बड़ी सड़कों पर सवाल उठाए। अपने इस बयान पर वह जमकर ट्रोल हो रहे हैं। कन्हैया के इस बयान के बहाने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को भी ट्रोल किया जा रहा है।
कन्हैया कुमार ने कहा, ‘बिहार में अब बड़ी सड़कों का निर्माण क्यों हो रहा है? इसका कारण बिहार के जल संसाधन हैं। भविष्य में पानी पेट्रोल से भी महंगा हो जाएगा। सभी उद्योगपतियों की नजर बिहार के जल संसाधनों पर है। ये सड़कें इसलिए बनाई जा रही हैं ताकि बिहार के संसाधनों को लूटा जा सके और उन्हें बाहर भेजा जा सके।"
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि अगर बिहार में आमदनी का सोर्स नहीं होता तो पटना में ताज होटल नहीं खुलता। उन्होंने आगे कहा कि बिहार में बड़े-बड़े प्राइवेट स्कूल खुल रहे हैं। बिहार में एक वर्ग के पास पैसा है, जिसके लिए ये स्कूल खुल रहे हैं। वे लोग यहीं पैसा कमा रहे हैं। बिहार में पैसा नहीं है तो विधायकों को सैलरी कहां से मिलती है। बड़े-बड़े सरकारी कार्यक्रम हो रहे हैं।
कन्हैया कुमार ने कहा, ‘बिहार में भारत माला परियोजना की तरह बड़ी-बड़ी सड़कें बन रही हैं। बिहार में जब कुछ नहीं है तो सड़कें क्यों बन रही हैं। बिहार में है। बिहार में पानी है जिसके लिए इतनी बड़ी-बड़ी सड़कें बन रही हैं। देश के तमाम उद्योगपतियों की नजर बिहार के पानी पर है। आने वाले समय में पेट्रोल से भी महंगा पानी मिलेगा। उद्योगपतियों की मदद के लिए बड़ी-बड़ी सड़कें बनाई जा रही हैं। बिहार का संसाधन लूटकर ले जाने के लिए सड़क बना रहे हैं।’
कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार के बयान पर भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, "हम उन लोगों से और क्या उम्मीद कर सकते हैं जो राहुल गांधी के अनुयायी हैं? कन्हैया कुमार अपने बयानों से साबित कर रहे हैं कि उनके नेता राहुल गांधी हैं। कन्हैया कुमार ने कहा है कि बिहार में सड़कों की कोई जरूरत नहीं है। वह यह कहकर बिहार के लोगों का अपमान भी करते हैं कि उनकी कोई आय नहीं है। फिर वह विचित्र सिद्धांत देते हैं जैसे पेट्रोल से प्यास नहीं बुझती और बिहार के पानी को लूटने के लिए सड़कें बनाई जा रही हैं। ये विचित्र सिद्धांत हैं।"
कन्हैया कुमार के इस बयान पर उन्हें जमकर ट्रोल किया जा रहा है। ‘विद लव बिहार’ नाम के एक हैंडल से लिखा गया, ‘कांग्रेस सच में मूर्खों की पार्टी है? भारतमाला लॉन्च हुआ, भारतमाला खत्म हो गया। बिहार को कोई भी परियोजना पूरी नहीं मिली। जबकि हमारे जैसे हैंडल कुछ इंफ्रा के लिए लड़ रहे हैं, कन्हैया कुमार कहते हैं कि भाजपा ने बिहार को बहुत जरूरी इंफ्रा दिया है, लेकिन उसका पानी लूटने के लिए। डूब मारो!’
एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैया कुमार ने कहा कि बिहार में सुशासन नहीं, पलायन की सरकार है। यहां से हर साल दो करोड़ से अधिक लोग पलायन करते हैं। कहा जा रहा है कि बिहार में सब कुछ ठीक है। लेकिन अगर यहां सब कुछ ठीक है तो फिर यहां से लोग पलायन क्यों कर रहे हैं। वे कांग्रेस की ओर से शुरू की गयी ‘पलायन रोको, नौकरी दो पदयात्रा’ के तहत दरभंगा पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि बिहार से जबरन पलायन हो रहा है। किसी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि उन लोगों के बच्चों को बीसीसीआई में नौकरी मिल जाती है और हमारे बच्चे नौकरी के लिए पलायन कर रहे हैं।
इससे पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि केंद्र सरकार बुनियादी समस्याओं से लोगों का ध्यान भटकाना चाहती है, क्योंकि वह अपनी विफलता छुपाना चाहती है। बिहार में 3.5 करोड़ पंजीकृत मजदूरों की मासिक आय 10 हजार रुपये से कम है। बिहार के नौजवान रोजगार के लिए संघर्ष कर रहे हैं, पर उनकी बात सुनी नहीं जा रही है। इसलिए राजनीतिक दलों को चुनाव से पहले अपनी नीति को स्पष्ट करना होगा।