बेटी की हत्या कर जला दिया शव, गुरुग्राम में काम करने वाली महिला को क्यों दी दर्दनाक मौत
आरोपियों की पहचान 55 साल के राजवीर सिंह और 24 साल के सुमित सिंह के तौर पर हुई है और उन्होंने हत्या की बात भी स्वीकार कर ली है।

गुरुग्राम की ई कॉमर्स कंपनी में काम करने वाली एक महिला की उसी के पिता और भाई ने हत्या कर दी। वजह थी एक शख्स के साथ उसका लिव इन रिलेशन। महिला गुरुग्राम में अमित नाम के शख्स के साथ लिव इन में रह रही थी और इसी बात से उसके पिता और भाई नाराज थे।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक 23 साल की सरस्वती मालियान की उसी के पिता और भाई ने गला घोंटकर हत्या कर दी औऱ फिर उसे आग भी लगा दी। आरोपियों की पहचान 55 साल के राजवीर सिंह और 24 साल के सुमित सिंह के तौर पर हुई है और उन्होंने हत्या की बात भी स्वीकार कर ली है।
मुजफ्फरनगर के एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि राजवीर ने उसके रिश्ते से नाराज होकर उसकी हत्या करने की बात स्वीकार की है। तीसरा आरोपी गुरदयाल सिंह फरार है और हम उसे गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रहे हैं। दरअसल मुजफ्फरनगर के जंगल में पुलिस को कुछ दिनों पहले जला हुआ शव मिला था। अब इसी मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लड़की के पिता और भाई को गिरफ्तार कर लिया है।
सरस्वती गुड़गांव में एक ई-कॉमर्स एमएनसी के साथ काम कर रही थी, जहां वह ऑर्डर और लास्ट-माइल डिलीवरी का काम संभालती थी। वह अपने गांव के रहने वाले अमित के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में थी। उसके पिता और भाई ने अपने कबूलनामे में कहा कि वे इस रिश्ते के खिलाफ थे। सरस्वती का जला हुआ शव पुलिस को 3 जून को कटिया गांव के जंगल में मिला था, जो मुजफ्फरनगर के ककरौली थाने की सीमा के अंतर्गत आता है।
परिवार ने ही दर्ज कराई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
जानकारी के मुताबिक लड़की के परिवारवालों ने लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी ताकी पुलिस का शक उन पर ना जाए। रिपोर्ट के मुताबिक एक अधिकारी ने बताया कि कि हत्या 29-30 मई की रात को हुई थी, जब राजवीर और सुमित ने अपने घर के अंदर सरस्वती का गला घोंट दिया था।
तीसरे आरोपी गुरदयाल सिंह, जो सुमित का दोस्त भी है, ने शव को घर से 5 किलोमीटर दूर जंगल में ले जाने में उनकी मदद की। अधिकारी ने बताया कि इसके बाद तीनों ने उसके शरीर पर पेट्रोल डाला और उसे आग लगा दी। पुलिस को गुमराह करने के लिए परिवार ने कुछ दिनों बाद गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। सरस्वती का शव 3 जून को मिला और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
2019 में हुई थी शादी
पुलिस ने कहा कि सरस्वती की 2019 में जबरदस्ती शादी कर दी गई थी, लेकिन वह अपने पति को छोड़कर दो साल बाद घर लौट आई। पुलिस ने बताया कि 2022 में उसके परिवार ने उसकी दूसरी शादी तय कर दी थी, लेकिन एक साल बाद वह घर लौट आई। पुलिस ने कहा, बाद में वह गुड़गांव में अमित नाम के एक व्यक्ति के साथ रहने लगी, जहां दोनों ने उसी साल एक ही ई-कॉमर्स फर्म में काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि सरस्वती ने अपने परिवार के विरोध के बावजूद रिश्ता जारी रखा।