लोन चुकाने के लिए परदेस कमाने गए युवक की हत्या, घर गिरवी रखकर मंगाना पड़ा शव
बिहार का युवक जो लोन चुकाने के लिए परदेस कमाई करने गया था। उसका शव घर को गिरवी रखकर मंगाना पड़ा। अररिया के फारबिसगंज के रहने वाले पवन चौहान की गाजियाबाद में हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद एंबुलेंस से शव गांव पहुंचा। 38 हजार किराया देने के लिए घर को गिरवी रखनी पड़ा।

लोन की किश्तें चुकाने गजियाबाद कमाने गए बिहार के 26 वर्षीय युवक की आपसी रंजिश में हत्या हो गई। हालात ऐसे हो गए कि उसका शव मंगाने के लिए भी परिजनों को घर गिरवी रखना पड़ा। मृतक युवक पवन चौहान फारबिसगंज थाना क्षेत्र के किरकिचिया पंचायत स्थित कटहरा वार्ड के निवासी सुरेन्द्र चौहान का बेटा था। इस घटना से हर कोई हैरान है। शव पहुंचने के बाद मृतक के घरों में कोहराम मचा है।
जानकारी के अनुसार तीन माह पहले पवन चौहान अपनी पत्नी सुमन देवी और तीन बच्चों को लेकर गाजियाबाद कमाने गए थे। वहां वो मजदूरी का काम करता था। पत्नी सुमन देवी के मुताबिक आपसी विवाद में 29 मई को किसी ने उनके पति की हत्या कर दी। रविवार एक जून को एंबुलेंस से पवन का शव कटहरा स्थित घर लाया गया। परिजनों के मुताबिक इस शव को लाने में 38 हजार रुपए खर्च हुए। जिसके लिए पवन का घर गिरवी रखनी पड़ी थी। परिजनों ने घर गिरवी रखकर 38 हजार रुपये एंबुलेंस वाले को दिया ।
मृतक की पत्नी सुमन देवी ने बताया कि उसने तमाम कंपनियों से लाखों रुपये का लोन उठाया था। किश्त की राशि चुकाने के लिए कंपनी के लोग दिन-रात परेशान कर रहे थे। परेशान पवन ने किश्त की राशि चुकाने के लिए अपनी पत्नी और बच्चों को लेकर तीन माह पूर्व गाजियाबाद चला गया।
सुमन देवी ने बताया कि पति गजियाबाद से ही इन कंपनियों को किश्त की राशि चुकता कर रहे थे। इस बीच उनके पति की मौत हुई, तो घर शव लाने के लिए पैसे भी नहीं थे। फिर परिजनों ने घर गिरवी रखकर 38 हजार रुपये की व्यवस्था कर एंबुलेंस वाले को दिया।
रोती-बिलखती मृतक की पत्नी सुमन ने बताया कि पता नहीं अब जिंदगी कैसे कटेगी? लोन की राशि उठाकर क्या किया, इस बारे में भी सुमन कुछ नहीं बोल पा रही थी। सीडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने कहा की गजियाबाद में पवन चौहान की मौत दुखद है। किश्त वाली कहानी का मामला भी गंभीर है। इस मामले की सच्चाई तक पहुंचने का प्रयास किया जाएगा।