बिहार पुलिस और रेलवे में जॉब के नाम पर ठगी, नौकरी वाले वेबसाइट से साइबर फ्रॉड
अमित सिंह ने बताया कि उसने नौकरी तलाशने वाली बेवसाइट पर अपनी आईडी बनाई हुई है। बिहार पुलिस में सिपाही के लिए भी आवेदन किया था। लेकिन लिखित परीक्षा पास नहीं की। बीते सप्ताह उसे एक कॉल आया। खुद को जॉब कंसल्टेंट बताया। अपना एक बेवसाइट का नाम भी बताया, जो बिहार पुलिस से मिलता जुलता नाम से बना था।

बिहार पुलिस, रेलवे और बिजली कंपनी में नौकरी के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। मुजफ्फरपुर के तीन युवक साइबर फ्रॉड के झांसे में आये हैं। इनके प्रोफाइल के हिसाब से नौकरी के लिए अवैध लिंक का बनाकर ऑफर भेज मोटी रकम बैंक खाता से उड़ी ली है। इस संबंध में तीनों युवकों ने साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत की है।
मुजफ्फपुर के अलावा शिवहर के दो और दरभंगा का भी एक युवक ठगा गया है। साहेबगंज के धनैया के बीए के छात्र अमित पटेल और निजामत के अंकुश पासवान से रेलवे के ग्रुप डी में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की गयी है। दोनों को फर्जी ऑफर युक्त लिंक भेजकर इनके बैंक खाते से एक-एक लाख रुपये उड़ा लिए गए। कटरा थाना के धनौर निवासी अमित सिंह से भी सिपाही बनाने के नाम पर डेढ़ लाख ठग लिए।
साहेबगंज के युवक के खाते से छह बार में निकाली राशि
साहेबगंज के निजाम के अंकुश पासवान ने बताया कि वह भी ग्रुप-डी के लिए अर्जी दिया था, लेकिन नौकरी नहीं मिली। एक जॉब वाली बेवसाइट पर आईडी बनाई हुई थी। बीते गुरुवार को एक युवक ने कॉल की और बताया कि आप रेलवे में नौकरी करने के इच्छुक हैं। आपने आईडी भी बनाई है। एक लिंक भेज रहे हैं। उसमें अपना बॉयोडाटा भरें। नौकरी मिलेगी। भेजे गए लिंक पर बॉयोडाटा भरा और खाता से छह बार में एक लाख रुपये उड़ा लिये गये।
पहले रजिस्ट्रेशन कराया, फिर डेढ़ लाख उड़ाए
अमित सिंह ने बताया कि उसने नौकरी तलाशने वाली बेवसाइट पर अपनी आईडी बनाई हुई है। बिहार पुलिस में सिपाही के लिए भी आवेदन किया था। लेकिन लिखित परीक्षा पास नहीं की। बीते सप्ताह उसे एक कॉल आया। खुद को जॉब कंसल्टेंट बताया। अपना एक बेवसाइट का नाम भी बताया, जो बिहार पुलिस से मिलता जुलता नाम से बना था। उस पर एक लिंक के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराया। फीस के नाम पर एक हजार रुपये लिये। इसके करीब दो घंटा बाद खाता से चार बार में डेढ लाख रुपये उड़ गए। फिर साइबर अपराध की पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत की।