बिहार में 15 जून तक आएगा मानसून, सामान्य से ज्यादा होगी बारिश; मौसम विभाग ने बताया
Monsoon News: पटना मौसम विभाग के अनुसार राज्य में मानसून प्रवेश करने की संभावित तिथि 13 से 15 जून के बीच है। जबकि पिछले वर्ष बिहार में पांच दिनों की देरी से 20 जून को मानसून प्रवेश किया था। जिस कारण सामान्य से 20 प्रतिशत कम बारिश हुई थी।

Monsoon News: मानसून ने तय समय से आठ दिन पहले शनिवार को केरल में दस्तक दे दी। राज्य के कई हिस्सों में झमाझम बारिश हो रही है। इस वर्ष मानसून का आगमन पिछले 16 वर्षों में सबसे जल्दी हुआ है। लेकिन, बिहार में मानसून के अपने निर्धारित समय पर पहुंचने की संभावना है।
पटना मौसम विभाग के अनुसार राज्य में मानसून प्रवेश करने की संभावित तिथि 13 से 15 जून के बीच है। जबकि पिछले वर्ष बिहार में पांच दिनों की देरी से 20 जून को मानसून प्रवेश किया था। जिस कारण सामान्य से 20 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार इस वर्ष मानसून सीजन के दौरान राज्य में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश होने की उम्मीद है।
16 वर्षों बाद देश में इतनी जल्दी आगमन
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इससे पहले 2009 में केरल में मानसून का आगमन 23 मई को हुआ था। उन्होंने बताया कि इसके जल्द तमिलनाडु और कर्नाटक के कई इलाकों में पहुंचने की संभावना है। मानसून एक हफ्ते में देश के दक्षिणी और पूर्वोत्तर राज्यों, जबकि चार जून तक मध्य और पूर्वी भारत को कवर कर सकता है। आईएमडी ने मानसून में सामान्य से अधिक वर्षा का अनुमान जताया था, जिससे अल नीनो की स्थिति की संभावना खारिज हो गई थी। अल नीनो सामान्य से कम वर्षा से जुड़ा है।
इन वजहों से जल्द दी दस्तक
● मानसून के जल्द आने की प्रमुख वजह अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में नमी है। इससे समुद्र का तापमान ज्यादा रहा, जिससे मानसूनी हवाएं तेजी से सक्रिय हुईं
● पश्चिमी हवाओं और चक्रवातों की हलचल ने मानसून को आगे बढ़ने में मदद की
● जलवायु परिवर्तन भी मौसम के पैटर्न में बदलाव की एक बड़ी वजह बन रहा है
पांच दिन की देरी से आया था मानसून
पिछले वर्ष बिहार में पांच दिनों की देरी से 20 जून को मानसून ने प्रवेश किया था। 2023 में मानसून समय से एक दिन पहले 12 जून को ही प्रवेश कर गया था। इसके बाद भी सामान्य से 23 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। जबकि 2020 से 2022 के बीच बिहार में मानसून 13 जून को प्रवेश किया था। बिहार में मानसून सीजन के दौरान सामान्य बारिश 992 मिलीमीटर है। 2021 के बाद से सामान्य से अधिक बारिश नहीं हुई है।