₹324 से टूटकर ₹3 पर आ गया यह शेयर, संकट में फंसी कंपनी को अब खरीदेंगे अडानी! दिखाई दिलचस्पी
- जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड को खरीदने के लिए अडानी समूह से लेकर वेदांता समेत दिग्गज 25 कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है। अब खबर है कि अडानी समूह ने दिवाला प्रक्रिया के जरिए जयप्रकाश एसोसिएट्स का अधिग्रहण करने में रुचि दिखाई है। सूत्रों ने यह जानकारी दी है।

Jaiprakash Associates Limited: संकट में फंसी कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (जेएएल) दिवालिया प्रोसेस से गुजर रही है। बहुत जल्द कंपनी को टेकओवर कर लिया जाएगा। यानी किसी अन्य कंपनी को इसका मालिकाना हक दिया जाएगा। हालांकि, जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड को खरीदने के लिए अडानी समूह से लेकर वेदांता समेत दिग्गज 25 कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है। अब खबर है कि अडानी समूह ने दिवाला प्रक्रिया के जरिए जयप्रकाश एसोसिएट्स का अधिग्रहण करने में रुचि दिखाई है। सूत्रों ने यह जानकारी दी है। इधर, जयप्रकाश एसोसिएट्स के शेयर आज 5% से अधिक टूट गए और 3.47 रुपये पर आ गए थे। बता दें कि यह शेयर सालभर में 80% तक टूट गया है। वहीं, लंबी अवधि में शेयर में करीबन 99% तक की गिरावट दर्ज की गई है। 4 जनवरी 2008 में इस शेयर की कीमत 324 रुपये पर थी।
क्या है डिटेल
जेपी समूह की प्रमुख कंपनी जेएएल सीमेंट, बिजली, होटल, निर्माण व रियल एस्टेट कारोबार में है। राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) की इलाहाबाद पीठ द्वारा तीन जून, 2024 को पारित आदेश के बाद दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता संहिता, 2016 के तहत इसके खिलाफ कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया शुरू की गई। सूत्रों ने बताया कि अडानी समूह ने दिवालिया हो चुकी जेएएल के अधिग्रहण के लिए रुचि पत्र (ईओआई) प्रस्तुत किया है। बता दें कि जेपी समूह की प्रमुख कंपनी जेएएल, जो सीमेंट, बिजली, होटल, निर्माण और रियल एस्टेट व्यवसायों में है।
एनसीएलटी ने दिया था आदेश
इस महीने की शुरुआत में एनसीएलटी ने निर्देश दिया था कि दिवाला प्रक्रिया के जरिये जेएएल के अधिग्रहण के लिए समाधान योजनाएं पूरी कंपनी के लिए एक चालू व्यवसाय के रूप में आमंत्रित की जानी चाहिए, न कि इसके विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों को विभाजित करके। जेएएल का बैंकों और वित्तीय संस्थानों से कुल बकाया ऋण 20 फरवरी, 2025 तक 55,493.43 करोड़ रुपये था। कंपनी ने हाल ही में यह भी बताया कि ऋणदाताओं के एक संघ ने अपने बकाया ऋण को राष्ट्रीय परिसंपत्ति पुनर्निर्माण कंपनी लिमिटेड (एनएआरसीएल) को स्थानांतरित कर दिया है। भुवन मदान जेएएल के लिए समाधान पेशेवर (आरपी) हैं। जेपी समूह की दूसरी कंपनी जेपी इंफ्राटेक को पहले ही मुंबई स्थित सुरक्षा समूह द्वारा दिवालियापन प्रक्रिया के माध्यम से अधिग्रहित किया जा चुका है। इस बीच, अडानी समूह रियल एस्टेट फर्म एमार इंडिया को अधिग्रहित करने के लिए भी बातचीत कर रहा है, जो दुबई स्थित एमार प्रॉपर्टीज का हिस्सा है।
(भाषा इनपुट के साथ)