इंतजार खत्म...केंट RO समेत 4 कंपनियों का आ रहा आईपीओ, सेबी ने दी हरी झंडी
वाटर प्यूरिफायर की दिग्गज केंट आरओ के अलावा विद्या वायर्स, करमतारा इंजीनियरिंग और मंगल इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज का आईपीओ आ रहा है। इनके आईपीओ प्रपोजल में फ्रेश इश्यू के अलावा ऑफर फॉर सेल शामिल हैं।

IPO News: अगले कुछ महीनों में कई बड़ी कंपनियां आईपीओ के जरिए शेयर बाजार में लिस्टिंग की योजना बना रही हैं। इनमें से कुछ कंपनियों को सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) ने हरी झंडी भी दे दी है। ये कंपनियां वाटर प्यूरिफायर की दिग्गज केंट आरओ सिस्टम्स के अलावा विद्या वायर्स, करमतारा इंजीनियरिंग और मंगल इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज हैं। इनके आईपीओ प्रपोजल में फ्रेश इश्यू के अलावा ऑफर फॉर सेल शामिल हैं।
केंट आरओ सिस्टम्स
भारत के वाटर प्यूरीफायर उद्योग में अग्रणी केंट आरओ सिस्टम्स को प्रमोटर सुनीता गुप्ता, महेश गुप्ता और वरुण गुप्ता द्वारा 1.01 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री के लिए सेबी की मंजूरी मिल गई है। कंपनी को इस प्रस्ताव से कोई आय नहीं मिलेगी। साल 2007 में वजूद में आई केंट को भारतीय घरों में रिवर्स ऑस्मोसिस (आरओ) तकनीक लाने का श्रेय दिया जाता है। केंट चार मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों का संचालन करती है और इसका सर्विस नेटवर्क 15,000 से अधिक पिन कोडों में फैला हुआ है। जेएम फाइनेंशियल और मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स इस आईपीओ के लिए बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं, जबकि केफिन टेक्नोलॉजीज रजिस्ट्रार है।
करमतारा इंजीनियरिंग
करमतारा इंजीनियरिंग के 1,750 करोड़ रुपये के आईपीओ को मंजूरी मिली है, जिसमें 1,350 करोड़ रुपये का नया इश्यू और 400 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल शामिल है। कंपनी सौर संरचनाओं, फास्टनरों और ट्रांसमिशन हार्डवेयर के लिए वन-स्टॉप आपूर्तिकर्ता है,। इस इश्यू का प्रबंधन जेएम फाइनेंशियल, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज और आईआईएफएल कैपिटल सर्विसेज द्वारा किया जा रहा है। एमयूएफजी इनटाइम इंडिया (लिंक इनटाइम) रजिस्ट्रार है।
विद्या वायर्स
कॉपर और एल्युमीनियम वायर निर्माता विद्या वायर्स ने 1 करोड़ शेयरों की बिक्री के साथ-साथ नए इश्यू के माध्यम से 320 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है। 1981 में स्थापित कंपनी बिजली उत्पादन, रेलवे और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी जैसे क्षेत्रों को 6,400 से अधिक प्रकार के वाइंडिंग और चालकता उत्पादों की आपूर्ति करती है। यह गुजरात के नरसंडा में एक नई फैसलिटीज के साथ अपनी मैन्युफैक्चरिंग कैपिसिटी को 19,680 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 37,680 मीट्रिक टन सालाना करने का इरादा रखती है। आईपीओ को पैंटोमैथ कैपिटल एडवाइजर्स, आईडीबीआई कैपिटल मार्केट सर्विसेज द्वारा संभाला जा रहा है, जिसमें एमयूएफजी इनटाइम इंडिया (लिंक इनटाइम) रजिस्ट्रार है।
मंगल इलेक्ट्रिकल
राजस्थान स्थित ट्रांसफार्मर और विद्युत उपकरण निर्माता मंगल इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज को 450 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए मंजूरी मिल गई है। यह पूरी तरह से एक फ्रेश इश्यू होगा। कंपनी सीआरजीओ स्लिट कॉइल्स, ट्रांसफार्मर लेमिनेशन, वाउंड कोर और तेल में डूबे सर्किट ब्रेकर बनाती है और विद्युत सबस्टेशन स्थापित करने के लिए ईपीसी सेवाएं भी प्रदान करती है। सिस्टमैटिक्स कॉरपोरेट सर्विसेज बुक-रनिंग लीड मैनेजर, बिगशेयर सर्विसेज रजिस्ट्रार है।