दिग्गज निवेशक की पत्नी ने निगेटिव परफॉर्मेंस वाले शेयर पर खेला बड़ा दांव, खरीदी 5 लाख से अधिक शेयर, ₹175 पर भाव
- शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक मधुसूदन केला की पत्नी माधुरी मधुसूदन केला ने 31 मार्च, 2025 को समाप्त तिमाही के दौरान स्मॉल- कैप फार्मास्युटिकल फर्म कोपरन लिमिटेड में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है।

Madhusudan Kela’s wife raises stake in Kopran Ltd: शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक मधुसूदन केला की पत्नी माधुरी मधुसूदन केला ने 31 मार्च, 2025 को समाप्त तिमाही के दौरान स्मॉल- कैप फार्मास्युटिकल फर्म कोपरन लिमिटेड में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। बता दें कि स्टेक बढ़ाने का यह फैसला तब लिया गया है जब कंपनी के शेयरों का परफॉर्मेंस निगेटिव रहा है। बीते बुधवार को कोपरन लिमिटेड का शेयर 3% से अधिक टूट गया और 175.45 रुपये बंद हुआ था। आज गुरुवार को महावीर जयंती के अवसर पर शेयर बाजार बंद है।
5 लाख शेयरों की खरीदारी
कंपनी के नवीनतम शेयरधारिता खुलासे के अनुसार, माधुरी केला के पास Q4FY25 के अंत में कोपरन में 7.04 लाख इक्विटी शेयर या 1.46 प्रतिशत हिस्सेदारी है। यह दिसंबर 2024 की पिछली तिमाही में उनकी 1.04 प्रतिशत हिस्सेदारी या 5 लाख शेयरों से वृद्धि अधिक है। उनकी हिस्सेदारी का बाजार वैल्यू वर्तमान में ₹12 करोड़ से अधिक है। माधुरी केला पहली बार मार्च 2023 की तिमाही में कंपनी के शेयरधारक रजिस्टर में दिखाई दीं। सेबी के मानदंडों के तहत, लिस्टेड कंपनियों को प्रत्येक तिमाही में 1 प्रतिशत या उससे अधिक हिस्सेदारी रखने वाले शेयरधारकों के नामों का खुलासा करना आवश्यक है।
कंपनी का कारोबार
मुंबई मुख्यालय वाली कोपरन एक इंटीग्रेटेड दवा बनाने वाली कंपनी है। इसकी फॉर्मूलेशन और एपीआई (एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रीडिएंट) में ग्लोबल उपस्थिति है। इसकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को महाद्वीपों के रेगुलेटरी अप्रूवल प्राप्त है, जो इसके प्रोडक्ट पाइपलाइन में विश्वसनीयता की एक परत जोड़ता है। दिसंबर 2024 तिमाही के लिए, शुद्ध बिक्री साल-दर-साल 12.6 प्रतिशत गिरकर ₹71.94 करोड़ हो गई, जबकि शुद्ध लाभ लगभग 13 प्रतिशत घटकर ₹7.41 करोड़ हो गया था।
शेयरों के हाल
पिछले एक साल में स्टॉक में 37 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। हालांकि, यह मार्च 2025 में 4 प्रतिशत की बढ़त हासिल करने में सफल रहा, जिससे लगातार पांच महीनों से चली आ रही गिरावट का सिलसिला टूट गया। इस उछाल से पहले, स्टॉक में फरवरी में 8 प्रतिशत, जनवरी में 13.8 प्रतिशत, दिसंबर में 2.5 प्रतिशत, नवंबर में 24.3 प्रतिशत और अक्टूबर में 13.3 प्रतिशत की गिरावट आई थी।