शेयर मार्केट में दिख रहा छोटे निवेशकों का जुनून, आज की उछाल के ये हैं 5 कारण
Why share market bounce today: बाजार की यह तेजी कई वजहों से मजबूत लग रही है। RBI का डिविडेंड, डॉलर की गिरावट और नए निवेशकों का उत्साह मिलकर बुल रन को बनाए रख सकते हैं। हालांकि, ग्लोबल घटनाक्रम पर नजर रखना जरूरी है।
Why share market bounce today: भारतीय शेयर मार्केट में 26 मई, सोमवार को जबरदस्त उछाल देखने को मिला। सेंसेक्स 750 अंक उछला 82492 और निफ्टी 25,050 के स्तर पर पहुंच गया। यह लगातार दूसरा दिन था, जब बाजार ने हरे निशान में कारोबार किया। स्मॉल कैप और मिड कैप कंपनियों के शेयरों में भी तेजी रही। सुबह 10 बजे तक बाजार ने निवेशकों को 3 लाख करोड़ रुपये का मुनाफा दिया (BSE की मार्केट कैप ₹442 लाख करोड़ से बढ़कर ₹445 लाख करोड़ हो गई)।
ये 5 बातें बनीं बाजार की तेजी की वजह
1. ट्रंप का ईयू पर 'छूट' का फैसला
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय संघ (EU) पर लगने वाले 50% टैरिफ (आयात शुल्क) को 1 जून की जगह 9 जुलाई तक टाल दिया। EU के साथ बातचीत जारी रखने के लिए यह कदम उठाया गया। भारत के लिए यह अच्छी खबर है, क्योंकि कई भारतीय सामान EU के रास्ते अमेरिका जाते हैं। टैरिफ टलने से ट्रेड वॉर का डर कम हुआ।
2. RBI का डिविडेंड गिफ्ट
RBI ने सरकार को ₹2.69 लाख करोड़ का रिकॉर्ड डिविडेंड दिया। यह पैसा सरकार के खजाने को भर देगा और फिस्कल डेफिसिट (घाटा) को 4.4% पर काबू में रखेगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे इंफ्लेशन कम रहेगा और ब्याज दरें घटने का रास्ता खुलेगा, जो शेयर बाजार के लिए अच्छा है।
Why share market bounce today: भारतीय शेयर बाजार में 26 मई, सोमवार को जबरदस्त उछाल देखने को मिला। सेंसेक्स 750 अंक उछला 82492 और निफ्टी 25,050 के स्तर पर पहुंच गया। यह लगातार दूसरा दिन था, जब बाजार ने हरे निशान में कारोबार किया। छोटे और मझोले कंपनियों के शेयरों में भी तेजी रही। सुबह 10 बजे तक, बाजार ने निवेशकों को 3 लाख करोड़ रुपये का मुनाफा दिया (BSE की मार्केट कैप ₹442 लाख करोड़ से बढ़कर ₹445 लाख करोड़ हो गई)।
ये 5 बातें बनीं बाजार की तेजी की वजह
1. ट्रंप का ईयू पर 'छूट' का फैसला
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय संघ (EU) पर लगने वाले 50% टैरिफ (आयात शुल्क) को 1 जून की जगह 9 जुलाई तक टाल दिया। EU के साथ बातचीत जारी रखने के लिए यह कदम उठाया गया। भारत के लिए यह अच्छी खबर है, क्योंकि कई भारतीय सामान EU के रास्ते अमेरिका जाते हैं। टैरिफ टलने से ट्रेड वॉर का डर कम हुआ।
2. RBI का डिविडेंड गिफ्ट
RBI ने सरकार को ₹2.69 लाख करोड़ का रिकॉर्ड डिविडेंड दिया। यह पैसा सरकार के खजाने को भर देगा और फिस्कल डेफिसिट (घाटा) को 4.4% पर काबू में रखेगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे इंफ्लेशन कम रहेगा और ब्याज दरें घटने का रास्ता खुलेगा, जो शेयर बाजार के लिए अच्छा है।
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3. डॉलर की कमजोरी
डॉलर इंडेक्स लगातार तीन दिन से गिरावट पर है और एक महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है। डॉलर के कमजोर होने पर विदेशी निवेशक भारत जैसे उभरते बाजारों में पैसा लगाते हैं।
4. मैक्रो इकोनॉमी का जादू
भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेज गति से बढ़ रही है। NITI आयोग के CEO ने कहा कि भारत अब जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी बड़ी इकोनॉमी बन चुका है। अगले 2-3 साल में जर्मनी को भी पछाड़ने की उम्मीद है। इसके अलावा, Q4 GDP ग्रोथ 6.9% रहने का अनुमान है, जो बाजार के मूड को बूस्ट कर रहा है।
5. छोटे निवेशकों का जुनून
पिछले हफ्ते 6 लाख नए निवेशक शेयर बाजार में आए। यह लगातार बढ़ती संख्या दिखाती है कि भारत का आम आदमी अब स्टॉक मार्केट को गंभीरता से ले रहा है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि यह ट्रेंड बना रहेगा, जिससे बाजार को सपोर्ट मिलेगा।