₹1.71 पर आ गया ₹820 वाला यह शेयर, 50 हजार का निवेश घटकर ₹104 रह गया, अब फिर से बंद कर दी गई ट्रेडिंग
- Stock Crash: बीते 3 मार्च को इसमें करीब सप्ताहभर बाद ट्रेडिंग हुई थी, लेकिन कंपनी शेयर में भारी गिरावट देखी गई। बीते सोमवार को यह शेयर 5% गिरकर 1.71 रुपये पर बंद हुए थे। बता दें कि अनिल अंबानी की इस कंपनी के शेयरों की ट्रेंडिंग 24 फरवरी से ही बंद थी, जो 3 मार्च को खुली लेकिन लोअर सर्किट लग गया था।

Reliance Communications Ltd: अनिल अंबानी की दिवालिया प्रोसेस से गुजर रही टेलीकॉम कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशन लिमिटेड के शेयरों (Rcom) में आज मंगलवार, 4 मार्च को कोई ट्रेडिंग नहीं हुई। हालांकि, बीते 3 मार्च को इसमें करीब सप्ताहभर बाद ट्रेडिंग हुई थी, लेकिन कंपनी शेयर में भारी गिरावट देखी गई। बीते सोमवार को यह शेयर 5% गिरकर 1.71 रुपये पर बंद हुए थे। बता दें कि अनिल अंबानी की इस कंपनी के शेयरों की ट्रेंडिंग 24 फरवरी से ही बंद थी, जो 3 मार्च को खुली लेकिन लोअर सर्किट लगा था।
लगातार नुकसान करा रहा शेयर
इस साल अब तक रिलायंस कम्युनिकेशन का शेयर 11% टूट चुका है। छह महीने में 21% तक टूटा है। वहीं, महीनेभर में 8% तक चढ़ा है। सालभर में इसमें 13% तक की गिरावट देखी गई है। वहीं, पांच साल में यह शेयर लगभग 100% तक चढ़ गया है। हालांकि, लंबी अवधि में इसने तगड़ा नुकसान कराया है। बता दें कि जनवरी 2008 में शेयर 820 रुपये के लाइफ टाइम हाई पर पहुंचा था। तब से अब तक में इसमें 99% तक की गिरावट देखी गई। यानी कि अगर किसी निवेशक ने कंपनी के शेयर 820 रुपये के भाव पर 50,000 लगाए होते और अब तक अपने निवेश को बनाए रखते तो आज की तारीख में यह रकम घटकर मात्र 104 रुपये रह जाता।
कंपनी का कारोबार
बता दें कि रिलायंस कम्युनिकेशंस का कंट्रोल अनिल अंबानी के पास है। रिलायंस कम्युनिकेशंस एक समय भारत की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार ऑपरेटर थी। हालांकि, अनिल के भाई मुकेश अंबानी की प्रतिद्वंद्वी कंपनी रिलायंस जियो द्वारा शुरू किए गए प्राइव के कारण इसे वित्तीय संकट में धकेल दिया गया था। रिलायंस कम्युनिकेशन लिमिटेड के शेयरहोल्डिंग पैटर्न की बात करें तो प्रमोटर के पास 1.85 फीसदी हिस्सेदारी है। पब्लिक शेयरहोल्डिंग की बात करें तो 97.38 फीसदी हिस्सेदारी है।