₹10 के भाव पर खरीदा था मुकेश अंबानी की कंपनी का यह शेयर, अब ₹12 लाख का फायदा, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ शख्स
- शेयर बाजार के निवेशकों के लिए एक कहावत है- खरीदो और भूल जाओ। यह कहावत बिल्कुल फिट बैठती है चंडीगढ़ के एक शख्स पर। दरअसल, इन दिनों सोशल मीडिया पर एक पोस्ट काफी वारयल हो रहा है जिसमें चंडीगढ़ के एक शख्स को सालों पुराने शेयर में निवेश पर बंपर फायदा मिला है।

Mukesh Ambani Company's Stock: शेयर बाजार के निवेशकों के लिए एक कहावत है- खरीदो और भूल जाओ। यह कहावत बिल्कुल फिट बैठती है चंडीगढ़ के एक शख्स पर। दरअसल, इन दिनों सोशल मीडिया पर एक पोस्ट काफी वारयल हो रहा है जिसमें चंडीगढ़ के एक शख्स को सालों पुराने शेयर में निवेश पर बंपर फायदा मिला है। चंडीगढ़ के रतन ढिल्लन को अपने घर की सफाई करते समय जैकपॉट मिल गया। शेयर बाजार के बारे में कम जानकारी रखने वाले कार के शौकीन ढिल्लन को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के पुराने फिजिकल शेयर मिले, जिन्हें उन्होंने 1988 में मात्र 10 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 30 इक्विटी शेयर खरीदे थे। ये शेयर किसी ऐसे व्यक्ति के थे, जो अब इस दुनिया में नहीं है और ढिल्लन को नहीं पता था कि उन्हें इनका क्या करना है।
मांगे हैं सुझाव
ढिल्लन ने एक्स पर शेयर दस्तावेजों की एक तस्वीर पोस्ट की और सुझाव मांगे हैं। उन्होंने लिखा, "हमें ये घर पर मिले, लेकिन मुझे शेयर बाजार के बारे में कोई जानकारी नहीं है। कोई एनालिस्ट हमें बता सकता है कि क्या हमारे पास अभी भी ये शेयर हैं?" 11 मार्च को सुबह 9 बजे की गई यह पोस्ट वायरल हो गई और इसे दो मिलियन से ज्यादा बार देखा गया। उनके इस पोस्ट पर टाइगर रमेश नाम के एक यूजर ने कैलकुलेट करके बताया कि तीन स्टॉक स्प्लिट और दो बोनस शेयर के कारण 30 शेयर बढ़कर वर्तमान में 960 शेयर हो गए। मौजूदा बाजार प्राइस इसकी अनुमानित कीमत 12 लाख रुपये बनती है। एक अन्य यूजर ने कहा, "आपको लेने के लिए एक लेम्बोर्गिनी और वंतारा में एक सुइट भेजा जा रहा है।"
यूजर ने बताए उपाय
इस बीच एक अन्य यूजर ने कहा, "आपको उन्हें अटैच प्रूफ के साथ ईमेल करना होगा और उनके पास आपके डीमैट में इन्हें क्रेडिट करने की अपनी प्रक्रिया है। आपको इन्हें वेरिफिकेशन के लिए उनके कार्यालय में लाना होगा और फिर वे इन शेयरों को डिजिटल रूप से आपके डीमैट में क्रेडिट कर देंगे, विभाजन के बाद कुल शेयर आदि।" वहीं, एक अन्य यूजर ने मजे लेते हुए सुझाव दिया, "रतन भाई, घर की ठीक से तलाशी लो, क्या पता एमआरएफ के भी कुछ शेयर भी मिल जाएं।'