12 दिन पहले बाजार में लिस्टिंग, IPO में 99 रुपये का था शेयर, अब 235 रुपये के पार पहुंचा
श्रीजी डीएलएम के शेयर मंगलवार 27 मई को 235.49 रुपये पर बंद हुए हैं। आईपीओ में कंपनी के शेयर का दाम 99 रुपये था। कंपनी का आईपीओ 490 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब हुआ था।

एक छोटी कंपनी श्रीजी डीएलएम ने शेयर बाजार में उतरते ही अपने शेयरधारकों को ताबड़तोड़ रिटर्न दिया है। 15 दिन के भीतर ही कंपनी के शेयरों ने निवेशकों का पैसा दोगुना से ज्यादा कर दिया है। श्रीजी डीएलएम के शेयर मंगलवार 27 मई को 235.49 रुपये पर बंद हुए हैं। आईपीओ में कंपनी के शेयर का दाम 99 रुपये था। श्रीजी डीएलएम का आईपीओ दांव लगाने के लिए 5 मई 2025 को खुला था और यह 7 मई तक ओपन रहा। कंपनी के पब्लिक इश्यू का टोटल साइज 16.98 करोड़ रुपये तक का था।
पहले ही दिन दोगुना कर दिया था निवेशकों का पैसा
श्रीजी डीएलएम के आईपीओ में शेयर का दाम 99 रुपये था। कंपनी के शेयर 12 मई 2025 को 188.10 रुपये पर लिस्ट हुए। लिस्टिंग के ठीक बाद कंपनी के शेयर उछाल के साथ 197.50 रुपये पर बंद हुए। यानी, श्रीजी डीएलएम के शेयरों ने लिस्टिंग वाले दिन ही निवेशकों का पैसा दोगुना कर दिया था। कंपनी के शेयर 258.90 रुपये के हाई तक पहुंचे हैं। वहीं, कंपनी के शेयरों का लो लेवल 188.10 रुपये है। श्रीजी डीएलएम के शेयर बीएसई SME प्लेटफॉर्म पर लिस्ट हुए हैं।
क्या करती है कंपनी
कंपनी की शुरुआत 20 दिसंबर 2005 को हुई है। कंपनी ने कंज्यूमर ड्यूरेबल्स के लिए प्लास्टिक मोल्डिंग्स के साथ शुरुआत की। साल 2013 में श्रीजी डीएलएम ने अपने बिजनेस को होम एप्लांयसेज मोल्डिंग्स में डायवर्सिफाई किया और एडवांस्ड इंजेक्शन मोल्डिंग मशीनों के साथ अपनी क्षमता बढ़ाई। कंपनी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, होम एप्लायंसेज, ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स इंडस्ट्री की जरूरतों को पूरा करती है।
490 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब हुआ था IPO
श्रीजी डीएलएम का आईपीओ टोटल 490.93 गुना सब्सक्राइब हुआ था। कंपनी के आईपीओ में रिटेल इनवेस्टर्स का कोटा 243.71 गुना सब्सक्राइब हुआ। वहीं, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) कैटेगरी में 1534.66 गुना दांव लगा, जबकि क्वॉलीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) कैटेगरी में 136.52 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। कंपनी के आईपीओ में रिटेल इनवेस्टर्स सिर्फ 1 लॉट के लिए दांव लगा सकते थे। आईपीओ की एक लॉट में 1200 शेयर थे। यानी, रिटेल इनवेस्टर्स को 1 लॉट के लिए 1,18,800 रुपये का इनवेस्टमेंट करना पड़ा।