सरकार की बड़ी तैयारी, डीलिस्ट हो सकती है MTNL, 7% उछल गए कंपनी के शेयर
सरकारी कंपनी महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) और टेलिकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के मर्जर से ठीक पहले सरकार MTNL की डीलिस्टिंग से जुड़ी प्रक्रिया की पड़ताल कर रही है।

टेलिकॉम सेक्टर से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है। सरकारी कंपनी महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) और भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के मर्जर से ठीक पहले सरकार MTNL की डीलिस्टिंग से जुड़ी प्रक्रिया की पड़ताल कर रही है। यह बात इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में कही गई है। डीलिस्टिंग से जुड़ी यह रिपोर्ट सामने आने के बाद एमटीएनएल (MTNL) के शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिली है। दिन के कारोबार के दौरान कंपनी के शेयर 7 पर्सेंट तक चढ़ गए। कारोबार के आखिर में MTNL के शेयर 5.53 पर्सेंट की तेजी के साथ 22.90 रुपये पर बंद हुए हैं।
मर्जर से पहले MTNL को कराना होगा डीलिस्ट
डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्युनिकेशंस के एक सीनियर ऑफिसर ने बताया, 'कानूनी जटिलताओं की पड़ताल की गई है। हमने एक कंसल्टिंग फर्म को बतौर एडवायजर नियुक्त किया है। हमें MTNL और BSNL का मर्जर अगले साल के आखिर तक पूरा करने की उम्मीद है, लेकिन उससे पहले हमें महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) को स्टॉक एक्सचेंजों से डीलिस्ट कराना होगा।' महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड के शेयरों का 52 हफ्ते का हाई लेवल 30.50 रुपये है। वहीं, टेलिकॉम कंपनी के 52 हफ्ते का लो लेवल 16.70 रुपये है। MTNL का मार्केट कैप 1442.7 करोड़ रुपये है।
यह भी पढ़ें- विदेशी कंपनी तक पहुंची अडानी संकट की आंच, डूब गए 1.55 लाख करोड़ रुपये
MTNL के मोबाइल नेटवर्क को मेंटेन कर रहा BSNL
घाटे में चल रहीं दोनों टेलिकॉम कंपनियों का मर्जर एक दशक से भी ज्यादा समय से अटका हुआ है। डिपार्टमेंट अब दोनों कंपनियों के बीच सिनर्जी तलाश रहा है। हालांकि, BSNL अब दिल्ली और मुंबई इन दो ऑपरेशनल मेट्रोपॉलिटन शहरों में MTNL के मोबाइल नेटवर्क को मेंटेन कर रहा है। ऑफिसर ने बताया, 'दोनों पब्लिक सेक्टर कंपनियों के रिवाइवल के लिए मर्जर जरूरी है। एक कंपनी को कंज्यूमर्स को सुचारू सर्विसेज उपलब्ध कराने के लिए पूरे देश में ऑपरेट करना होगा। अब BSNL की 4G सर्विसेज लॉन्च होने के लिए तैयार हैं, ऐसे में मर्जर की प्रक्रिया में तेजी लाई गई है।'
BSNL ने डेलॉयट को कंसल्टेंट के रूप में नियुक्त किया
ऑफिसर ने बताया कि डीलिस्टिंग एक लंबी प्रक्रिया है और हमने मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के साथ पहले ही कुछ राउंड्स की बातचीत की है। उन्होंने बताया कि एक्सटर्नल एडवायजर लीगल इश्यूज पर अपनी डीटेल्स रिपोर्ट देंगे। साथ ही, यह बताएंगे कि MTNL के डीलिस्टिंग प्रोसेस पर कैसे आगे बढ़ना है। सरकारी कंपनी BSNL ने प्रोसेस के लिए डेलॉयट को कंसल्टेंट के रूप में नियुक्त किया है।