12 से 18 महीने में आ सकता है टाटा ग्रुप की इस कंपनी का IPO, 40000 करोड़ रुपये का ऑर्डर बुक
- Tata Group: टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा प्रोजेक्ट्स का आईपीओ 12 से 18 महीने में आईपीओ आ सकता है। कंपनी के सीईओ ने इस बात का इशारा किया है। टाटा प्रोजेक्ट्स के लिए पिछला वित्त वर्ष शानदार रहा था। कंपनी ने 2 साल लगातार घाटा होने के बाद प्रॉफिट कमाया था।

Tata Group IPO: टाटा ग्रुप की एक और कंपनी का आईपीओ अगले 12 से 18 महीने में दस्तक दे सकता है। हम बात कर रहे हैं टाटा प्रोजेक्ट्स की। कंपनी के सीईओ ने इकनॉमिक्स टाइम्स के साथ बातचीत में इस बात का जिक्र किया। अगर ऐसे हुआ तो महज 2 साल के अंदर ही टाटा ग्रुप की दूसरी कंपनी शेयर बाजार में डेब्यू कर लेगी। इससे पहले टाटा टेक्नोलॉजी का आईपीओ टीसीएस के आईपीओ के करीब 19 साल बाद आया था। बता दें, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का आईपीओ 2004 में आया था।
टाटा प्रोजेक्ट्स के एमडी और सीईओ विनायक पाई ने कहा कि कंपनी लिस्टिंग का विकल्प अगले 12 से 18 महीने में चुन सकती है। लेकिन यह तब होगा जब कंपनी लगातार कैश जनरेट कर पाएगी। सरल शब्दों में कहा जाए तो लगातार अच्छा बिजनेस करने में अगर कंपनी सफल रही तो आईपीओ आने की संभावना बढ़ जाएगी।
इसी महीने की शुरुआत में विनायक ने उम्मीद जताई थी कि चालू वित्त वर्ष में कंपनी की ऑर्डर वैल्यू 20,000 करोड़ रुपये से अधिक रहेगी। मौजूदा समय में कंपनी का बुक ऑर्डर 40,000 करोड़ रुपये का है।
टाटा प्रोजेक्ट्स में टाटा ग्रुप की कितनी हिस्सेदारी?
इस कंपनी में टाटा संस की हिस्सेदारी सबसे अधिक है। टाटा संस के पास टाटा प्रोजेक्ट्स में 57.31 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। टाटा पावर की हिस्सेदारी कंपनी में 30.81 प्रतिशत, टाटा केमिकल्स की 6.16 प्रतिशत, वोल्टास की 4.3 प्रतिशत और टाटा इंडस्ट्रीज की 1.42 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
कंपनी की आर्थिक स्थिति कैसी है?
पिछले वित्त वर्ष में टाटा ग्रुप की इस कंपनी की कुल कमाई 17,761 रुपये की हुई थी। इस दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट 82 करोड़ रुपये का रहा था। इससे पहले के 2 वित्त वर्ष के दौरान कंपनी को घाटा हुआ था। बता दें, कंपनी जेवर एयरपोर्ट का भी काम कर रही है।
(यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें।)