₹250 टूट सकता है टाटा का यह शेयर, 12 महीने से कंपनी ग्रोथ में सुस्ती
कंपनी के सीईओ और एमडी वारेन हैरिस ने उम्मीद जताई कि अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शुल्क झटके के बाद अब चीजें स्पष्ट होंगी, जिससे कंपनी अच्छी वृद्धि दर्ज कर सकेगी।

Tata Technologies share: डिजिटल सर्विस कंपनी- टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड को उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही तक वह एक बार फिर स्वस्थ वृद्धि की राह पर होगी। कंपनी के सीईओ और एमडी वारेन हैरिस ने उम्मीद जताई कि अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शुल्क झटके के बाद अब चीजें स्पष्ट होंगी, जिससे कंपनी अच्छी वृद्धि दर्ज कर सकेगी। कंपनी के सीईओ का यह बयान इसलिए भी अहम है क्योंकि शेयर को लेकर एक्सपर्ट की प्रतिक्रिया ठंडी है। हाल ही में 10 से ज्यादा एक्सपर्ट ने शेयर बेचने की सलाह दी है। एक एक्सपर्ट ने तो शेयर को 250 रुपये तक टूटने की आशंका जताई है।
क्या कहा सीईओ ने
हैरिस ने न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में कहा कि कंपनी पिछले 12 माह में बाजार में नरमी से जूझने के बाद नए वित्त वर्ष में तेजी के साथ प्रवेश कर रही थी। लेकिन ट्रंप के टैरिफ झटके के बाद ग्राहक अपनी योजनाओं पर नए सिरे से विचार करने लगे थे। उन्होंने कहा कि पिछले वित्त वर्ष के अंत में इनमें से बहुत से ग्राहकों के लिए चीजें साफ हो गई थीं और वे अपने कार्यक्रमों के बारे में निर्णय लेने लगे थे। हमारी उनके साथ अच्छी बातचीत हो रही है। अप्रैल में आने के साथ हम उत्साहित थे।
हैरिस ने आगे कहा कि लेकिन दुर्भाग्य से, नए वित्त वर्ष के पहले सप्ताह के भीतर ही नए (अमेरिकी) राष्ट्रपति ने शुल्क वृद्धि की घोषणा कर दी, जिसने सभी को एक बार फिर से अपनी योजनाओं पर पुनर्विचार करने के लिए बाध्य किया।
जून तक राहत की उम्मीद
उन्होंने कहा कि कंपनी को भरोसा है कि अमेरिकी व्यापार वार्ता को लेकर मई और जून में कुछ सफलता मिलेगी। इससे हमारे ग्राहकों के लिए उत्पाद निवेश निर्णय पर लौटने का रास्ता तैयार होगा। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि पिछले 12 माह के दौरान कंपनी बाजार की मंदी से प्रभावित रही है।
शुक्रवार को शेयर का हाल
बीते शुक्रवार को बाजार की बिकवाली में भी टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के शेयर को खरीदने की लूट थी। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यह शेयर करीब 5 फीसदी तक चढ़ गया। कारोबार के अंत में शेयर 4.36% बढ़कर 751.15 रुपये पर रहा।
शेयर का टारगेट प्राइस
बीते दिनों टाटा टेक पर कवरेज करने वाले 15 विश्लेषकों में से 11 ने शेयर 'बेचने' की सिफारिश की थी जबकि उनमें से चार ने 'खरीदने' की रेटिंग दी। कोटक ने सबसे कम टारगेट प्राइस रखा था। ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने टाटा टेक्नोलॉजीज पर अपनी 'बेचने' की रेटिंग बरकरार रखते हुए ₹500 का टारगेट प्राइस रखा। यह शेयर के 52 हफ्ते के लो से भी कम है। बता दें कि 7 अप्रैल 2025 में शेयर 595 रुपये पर था। यह शेयर के 52 हफ्ते का लो है।