बिहार की संस्कृति बनेगी IAS अफसर, दूसरी बार क्रैक किया UPSC, डीयू और जेएनयू से की पढ़ाई
- यूपीएससी सिविल सर्विसेज एग्जाम 2024 रिजल्ट में संस्कृति की रैंक 17 है जबकि 2023 की यूपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा में उन्हें 352वीं रैंक मिली थी।

बिहार के जमुई जिले की रहने वाली संस्कृति त्रिवेदी ने एक बार फिर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा क्रैक की है। मंगलवार को घोषित किए गए यूपीएससी सिविल सर्विसेज एग्जाम 2024 रिजल्ट में उनकी रैंक 17 है जबकि 2023 की यूपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा में उन्हें 352वीं रैंक मिली थी। बॉम्बे कॉलोनी निवासी डॉ एस त्रिवेदी की पौत्री और बबलू त्रिवेदी की पुत्री को आईएएस बनने पर जमुई के लोगों में खुशी है। संस्कृति फिलहाल इंडियन डिफेंस एकाउंट सर्विस (IDAS) में शिमला में ट्रेनिंग कर रही हैं। इसी बीच इस वर्ष हुई यूपीएससी की परीक्षा में संस्कृति ने 17वां स्थान लाकर जिले का नाम और रोशन कर दिया। संस्कृति की सफलता पर कालॉनीवासियों में हर्ष का माहौल है। बता दें कि इस बार जमुई जिले के तीन अभ्यर्थियों ने यूपीएससी में सफलता पाई है। इनमें दो अभ्यर्थी महिला है।
संस्कृति की स्कूलिंग रांची के जेवीएम श्यामली स्कूल से हुई। संस्कृति ने नर्सरी से 12वीं तक की पढ़ाई इसी स्कूल से की है। स्नातक पॉलिटिकल साइंस विषय से दिल्ली यूनिवर्सिटी के गार्गी कॉलेज से किया। मास्टर्स की पढ़ाई जेएनयू से की।
उन्होंने हिन्दुस्तान टाइम्स को फोन पर बताया, 'यह मेरा छठा प्रयास है और इससे पहले मैंने 352वीं रैंक हासिल की थी। फिलहाल मैं आईडीएएस में ट्रेनिंग ले रही हूं।' उन्होंने कहा, 'मैं बिहार के जमुई शहर की रहने वाली हूं, लेकिन मैंने रांची में पढ़ाई की क्योंकि मेरे पिता वहां तैनात थे।'
उन्होंने आगे कहा, 'मैं रैंक से खुश नहीं थी और इसलिए मैंने और अधिक लगन और कड़ी मेहनत के साथ अच्छी तरह से योजनाबद्ध तरीके से पढ़ाई जारी रखी और मुझे खुशी है कि मैं सफल रही।' यूपीएससी परीक्षा में उनका ऑप्शनल पेपर राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध (पीएसआईआर) था। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देते हुए कहा, 'प्रशिक्षण के साथ-साथ अपनी तैयारी जारी रखना मेरे लिए आसान नहीं था, लेकिन मैंने दृढ़ निश्चय किया और आखिरकार इसका नतीजा निकला।'
उन्होंने कहा, 'मेरे माता-पिता मुझे प्रेरित करते रहे हैं और जब भी मेरे मन में कोई संदेह होता था तो वे मेरी बहुत मदद करते थे।' यूपीएससी उम्मीदवारों को दिए अपने संदेश में उन्होंने कहा, 'अपने सिलेबस पर ध्यान केंद्रित करें और ईमानदारी व निष्ठा के साथ अपना काम करें। ईश्वर पर भरोसा रखें, लंबे समय में सफलता आपके पास आएगी।'
संस्कृति त्रिवेदी के अलावा जमुई के दो अन्य छात्रों ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। इनमें जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) पारस कुमार और वरिष्ठ वकील प्रसिद्ध नारायण सिंह की बेटी ईशा रानी शामिल हैं। पारस कुमार ने जहां 269वीं रैंक हासिल की, वहीं ईशा रानी ने 384वीं रैंक हासिल की। पारस कुमार ने अपनी सफलता का श्रेय नियमित अध्ययन और आत्मविश्वास के साथ समय प्रबंधन को दिया।