RAS मुख्य परीक्षा की तारीख टालने की मांग के बीच हाई कोर्ट पहुंचा RPSC, क्या है वजह
RAS मुख्य परीक्षा की तारीख को लेकर चल रहे विवाद के बीच RPSC ने बड़ा कदम उठाया है। परीक्षा रद्द न हो इसके लिए आयोग ने हाईकोर्ट में केविएट दायर किया है।

राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की ओर से आयोजित आरएस (RAS) मुख्य परीक्षा 2024 को लेकर सरगर्मियां बढ़ गई है। जहां एक तरफ हजारों अभ्यर्थी परीक्षा की तारीख टालने की जिद पर अड़े हैं, वहीं दूसरी ओर RPSC ने हाईकोर्ट में केविएट दायर कर एक एहतियाती चाल चल दी है। ये साफ संदेश है कि आयोग परीक्षा को तय समय पर ही करवाना चाहता है और किसी भी कानूनी रुकावट से बचने की तैयारी कर रहा है।
17 और 18 जून को अजमेर और जयपुर जिला मुख्यालयों पर दो पारियों में आयोजित होने जा रही इस परीक्षा के लिए कुल 21539 उम्मीदवारों के प्रवेश पत्र पहले ही रविवार को जारी कर दिए गए हैं। परीक्षा 77 केंद्रों पर आयोजित होगी।
क्यों की जा रही परीक्षा टालने की मांग?
लेकिन इस बीच आरएएस-2024 की मुख्य परीक्षा की तिथि को स्थगित करने की मांग जोर पकड़ चुकी है। राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर बीते 10 दिनों से अभ्यर्थी लगातार धरना दे रहे हैं। उनका तर्क है कि जब तक आरएएस-2023 की भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक नई परीक्षा कराना अनुचित होगा। अभ्यर्थियों को दोहरी चयन की उलझन और तैयारी का समय कम मिलने की शिकायत है।
क्या होता है केविएट?
दरअसल केविएट एक कानूनी सुरक्षा प्रक्रिया है। अगर किसी संस्था या व्यक्ति को आशंका हो कि उनके खिलाफ कोर्ट में कोई याचिका दायर की जा सकती है, तो वो पहले से ही केविएट दायर कर सकते हैं। इसका मकसद ये होता है कि कोर्ट किसी भी आदेश से पहले उस पक्ष को सुनने का मौका जरूर दे।