RAS Mains 2025: एडमिट कार्ड जल्द, जानिए टॉपर विक्रांत शर्मा से सफलता की स्ट्रैटजी
टाटा स्टील की नौकरी छोड़ी, पिता को खोया, पर हौसला नहीं टूटा। विक्रांत शर्मा ने RAS में टॉप कर यह साबित कर दिया था कि मेहनत, धैर्य और आत्मविश्वास से कोई भी मंजिल दूर नहीं। आइए जानते हैं कि विक्रांत शर्मा ने सफलता पाने के लिए कौन सी स्ट्रैटजी अपनाई।

RPSC RAS Mains Admit Card 2025: राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की ओर से RAS Mains 2024 परीक्षा के एडमिट कार्ड जल्द जारी होने वाला है। जिन उम्मीदवारों ने प्रारंभिक परीक्षा पास की है, एडमिट कार्ड जारी होने के बाद वे अपना हॉल टिकट आधिकारिक वेबसाइट https://rpsc.rajasthan.gov.in से डाउनलोड कर सकते हैं। इसके अलावा SSO पोर्टल https://sso.rajasthan.gov.in के जरिए भी लॉगिन करके Citizen Apps (G2C) के तहत Recruitment Portal से एडमिट कार्ड प्राप्त किया जा सकता है। मुख्य परीक्षा का आयोजन 17 और 18 जून 2025 को होगा। आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि परीक्षा केंद्र पर एडमिट कार्ड के बिना प्रवेश नहीं मिलेगा और उम्मीदवारों को परीक्षा शुरू होने से कम से कम 60 मिनट पहले केंद्र पर पहुंचना अनिवार्य है।
आइए जानते हैं टॉपर विक्रांत शर्मा की स्ट्रैटजी
अब जब परीक्षा नजदीक है ऐसे में RAS 2021 के टॉपर विक्रांत शर्मा की सफलता की कहानी एक बार फिर से अभ्यर्थियों के लिए जरूरी हो जाती है। श्रीगंगानगर के पदमपुर कस्बे से ताल्लुक रखने वाले विक्रांत ने ना सिर्फ 12वीं में राजस्थान टॉप किया बल्कि BITS पिलानी से इंजीनियरिंग कर टाटा स्टील जैसी बड़ी कंपनी में शानदार पैकेज पर नौकरी भी हासिल की। लेकिन उनका सपना सिविल सर्विस था।
विक्रांत ने नौकरी छोड़कर UPSC की तैयारी शुरू की, पर तभी जिंदगी ने बड़ा इम्तिहान लिया, पिता का निधन हो गया। दुख की इस घड़ी में विक्रांत डगमगाए नहीं, बल्कि और मजबूती से खड़े हुए। उन्होंने आरएएस की परीक्षा भी दी और दूसरे प्रयास में टॉप कर इतिहास रच दिया।
क्या थी विक्रांस शर्मा की स्ट्रैटजी?
- लगातार उत्तर लेखन (Answer Writing) की प्रैक्टिस
- कई मॉक इंटरव्यू देना
- सिलेबस को गहराई से समझना
- पिछले सालों के पेपर सॉल्व करना
- और सबसे अहम ध्यान यानी मेडिटेशन करना, जिससे उन्होंने अपने फैसलों को बेहतर बनाया और मन को शांत रखा।
विक्रांत मानते हैं कि इस परीक्षा में नियमितता और धैर्य सबसे बड़ी कुंजी है। एक इंटरव्यू में विक्रांत का कहना था, "पहले प्रयास में मैंने 7-8 घंटे नियमित पढ़ाई की। दूसरे प्रयास तक सिलेबस पूरा हो चुका था, तब 3-4 घंटे रिवीजन और उत्तर लेखन पर फोकस किया।" ऐसे में RAS Mains 2025 में बैठने जा रहे उम्मीदवारों के लिए विक्रांत की ये बातें मार्गदर्शक साबित हो सकती हैं।