आप हमारे अपने, आपके मारे जाने से किसी को खुशी नहीं होती; नक्सलियों से बोले गृहमंत्री अमित शाह
- केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, 'आप हमारे अपने हैं, जब कोई भी नक्सली मारा जाता है तो किसी को भी खुशी नहीं होती है। मगर इस क्षेत्र को विकास चाहिए, जो यहां पिछले 50 सालों में नहीं हुआ।'

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार को छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने दंतेवाड़ा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए नक्सलियों से हथियार डालने का आग्रह किया। इस दौरान गृहमंत्री ने कहा कि किसी भी नक्सली के मारे जाने से किसी को खुशी नहीं होती। उन्होंने कहा कि जो नक्सली आत्मसमर्पण करेंगे वे मुख्यधारा का हिस्सा बनेंगे, जो नहीं करेंगे उनसे सुरक्षाबल निपटेंगे। शाह ने अगले साल मार्च तक भारत से नक्सलवाद का सफाया होने का दावा करते हुए कहा कि अब नक्सली हथियारों के बल पर आदिवासियों के विकास को नहीं रोक सकते, उन्हें विकास यात्रा का हिस्सा बनना ही होगा। गृहमंत्री ने ये बातें राज्य सरकार द्वारा दंतेवाड़ा में आयोजित ‘बस्तर पंडुम’ महोत्सव के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहीं।
सभा को संबोधित करते हुए गृहमंत्री ने कहा, ‘वह जमाना चला गया जब यहां पर (बस्तर में) गोलियां चलती थीं और बम विस्फोट होते थे। इसलिए, मैं एक बार फिर आज उन लोगों से जिनके हाथ में हथियार है और जिनके हाथ में हथियार नहीं है उनसे, सभी नक्सली भाइयों से विनती करने आया हूं कि आप हथियार डाल दीजिए और मुख्यधारा में लौट आइए। आप हमारे अपने हैं, जब कोई भी नक्सली मारा जाता है तो किसी को भी खुशी नहीं होती है। मगर इस क्षेत्र को विकास चाहिए, जो विकास यहां 50 साल में नहीं हुआ, हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी 5 साल में बस्तर को सबकुछ देना चाहते हैं।’

आगे उन्होंने कहा कि 'बस्तर की धरती पर यह विकास कैसे हो सकता है? यह तभी हो सकता है जब यहां शांति हो, बच्चे स्कूल जाएं, गांवों और तहसीलों में स्वास्थ्य सुविधाएं हों, हर किसी के पास आधार कार्ड, राशन कार्ड और स्वास्थ्य बीमा हो। यह तभी हो सकता है जब बस्तर के लोग तय करें कि वे अपने घरों और गांवों को नक्सल मुक्त बनाएंगे।’
शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने घोषणा की है कि जो गांव नक्सलियों के आत्मसमर्पण में मदद करेंगे और खुद को माओवादी मुक्त घोषित करेंगे, उन्हें एक करोड़ रुपए (निर्माण कार्यों के लिए) दिए जाएंगे।
'कोई किसी को मारना नहीं चाहता..'
केंद्रीय गृह मंत्री ने माओवादियों से हिंसा छोड़ने की अपील करते हुए कहा, ‘कोई किसी को मारना नहीं चाहता... बस अपने हथियार डालकर मुख्यधारा में शामिल हो जाएं। भारत सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार आपको पूरी सुरक्षा देगी। अब आप हथियार उठाकर अपने आदिवासी भाइयों और बहनों के विकास को नहीं रोक सकते। अपने हथियार छोड़ो और आत्मसमर्पण करो और विकास प्रक्रिया का हिस्सा बनो।’
शाह ने कहा, ‘आज हम नक्सलवाद के खिलाफ दोनों तरफ से आगे बढ़ रहे हैं। जो समझ गए हैं कि विकास के लिए हाथ में बंदूक की जरूरत नहीं है, कंप्यूटर की जरूरत है। विकास के लिए आईईडी, हथगोला नहीं चाहिए कलम चाहिए उन्होंने सरेंडर कर दिया है। ’
'जो हथियार नहीं डालेंगे, उनसे सुरक्षाबल निपटेंगे'
केंद्रीय गृहमंत्री ने आगे कहा, ‘2025 में चौथे महीने की शुरुआत तक 521 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। इससे पहले साल 2024 में 881 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं। जो आत्मसमर्पण करेंगे वह यहां मुख्यधारा में आएंगे और जो हथियार लेकर खड़े रहेंगे उनके खिलाफ सुरक्षाकर्मी मोर्चा संभालेंगे। जो भी होगा अगले साल मार्च तक पूरे देश को लाल आतंक से मुक्त करने का काम भारतीय जनता पार्टी की सरकार करेगी।’
शाह ने कहा कि अगले वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर 'बस्तर पंडुम' का आयोजन किया जाएगा और वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से अनुरोध करेंगे कि वे इस कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में शामिल हों तथा आदिवासी भाइयों और बहनों को आशीर्वाद दें।
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