‘भारतीय टीम की कप्तानी किसी फ्रेंचाइजी की अगुआई करने से अलग’, अनिल कुंबले ने गिल को टेस्ट कप्तान बनाने पर और क्या कहा?
भारत के पूर्व कप्तान और महान स्पिनर अनिल कुंबले ने कहा है कि टीम इंडिया की कप्तानी फ्रेंचाइजी क्रिकेट की कप्तानी से अलग है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि शुभमन गिल इससे निपटने में सक्षम हैं। विराट कोहली, रोहित शर्मा और आर अश्विन के संन्यास के बाद उनके सामने अपनी विरासत बनाने का मौका है।

दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले ने सोमवार को कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी करना फ्रेंचाइजी क्रिकेट में अगुआई करने से अलग है। उन्होंने साथ में यह भी कहा कि शुभमन गिल इससे निपटने में ‘सक्षम’ हैं क्योंकि वह टेस्ट टीम की कमान संभालने के लिए तैयार हैं।
पच्चीस वर्षीय गिल अगले महीने शुरू इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया की कप्तानी करेंगे। 20 जून से शुरू हो रहे इस दौरे में भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैच की सीरीज खेली जाएगी। इसके साथ ही गिल विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन के रूप में ‘तीन स्तंभों’ के संन्यास लेने के बाद भारत के बदलाव के दौर की शुरुआत में कप्तानी करेंगे।
‘ऑस्ट्रेलियाई समर ऑफ क्रिकेट 2025-26’ कार्यक्रम में स्टीव वॉ, मैथ्यू हेडन और रॉबिन उथप्पा के साथ बातचीत के दौरान कुंबले ने कहा, ‘‘सभी सक्षम हैं, आपने देखा है कि वे किस तरह का क्रिकेट खेलते हैं।’’
उनसे पूछा गया कि क्या उनके पास युवा भारतीय टेस्ट टीम के लिए कोई सलाह है।
भारत के पूर्व कप्तान ने कहा, ‘‘भारत के लिए कप्तानी किसी फ्रेंचाइजी या किसी राज्य की टीम की कप्तानी से थोड़ी अलग है। इसके साथ अपनी जिम्मेदारियां और दबाव भी जुड़े होते हैं। लेकिन मुझे यकीन है कि शुभमन इससे निपट लेंगे और मुझे लगता है कि वह सक्षम हैं।’’
कुंबले ने कहा कि कोहली, रोहित और अश्विन के टेस्ट टीम में नहीं होने के तथ्य को स्वीकार करना मुश्किल होगा लेकिन इससे गिल को अपनी विरासत बनाने का मौका मिलेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘परिवर्तन होना तय है और भारतीय क्रिकेट के लंबे समय से तीन स्तंभ रहे खिलाड़ी अब उपलब्ध नहीं रहेंगे। प्रशंसक के रूप में हमारे लिए भी यह अलग होगा क्योंकि जब भारतीय क्रिकेट टीम पहले टेस्ट में मैदान पर उतरेगी तो वहां तीन नाम नहीं दिखेंगे।’’
कुंबले ने कहा, ‘‘यह अलग होने वाला है इसलिए मुझे यकीन है कि ड्रेसिंग रूम को समय के साथ इसकी आदत हो जाएगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन यह एक युवा टीम की शुरुआत है और यह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का नया चक्र है जिसके बारे में मुझे यकीन है कि यह मौजूदा टीम जीतना चाहेगी और फिर फाइनल में पहुंचेगी और उम्मीद है कि एक दिन ट्रॉफी अपने पास रखेगी इसलिए मुझे यकीन है कि शुभमन इस तरह की विरासत बनाने की कोशिश करेंगे।’’