इस अफसोस में 15 महीने जकड़े रहे केएल राहुल, अब ऑस्ट्रेलिया को हराकर मिला होगा दिल को सुकून
- केएल राहुल पछतावे में करीब 15 महीने तक जकड़े रहे, लेकिन अब ऑस्ट्रेलिया को हराकर उनके दिल का दर्द खत्म हुआ होगा। बात यहां वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल की हो रही है, जहां केएल राहुल धीमा खेले थे।

World Cup 2023 का फाइनल आपको याद ही होगा, जो 19 नवंबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया। इस मैच में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया से हार मिली। इस मैच में ट्रैविस हेड ने तूफानी शतक जड़ा था। हालांकि, भारत की हार का कसूरवार केएल राहुल को माना गया, जिन्होंने विकेट के पीछे से तमाम रन छोड़े और बल्लेबाजी के समय काफी धीमी पारी खेली थी। केएल राहुल ने फाइनल में 66 रन जरूर बनाए थे, लेकिन 107 गेंदों का सामना किया था, जिसमें 1 चौका शामिल था। इसके 6 महीने के बाद केएल राहुल ने खुलासा किया था कि उनको पछतावा है कि वे फाइनल में तेज पारी नहीं खेल पाए। इस पछतावे में वे 15 महीने जकड़े रहे और अब इससे उनको निजात मिली है।
केएल राहुल ने जिस ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड कप 2023 फाइनल में 61.68 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की थी, उसी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल में 123.53 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की। छक्का जड़कर टीम को जीत दिलाई और नाबाद भी लौटे। इस तरह कहा जा सकता है कि नवंबर 2023 के बाद मार्च 2025 में उनके दिल का बोझ खत्म हुआ होगा, क्योंकि केएल राहुल को उस पारी के लिए आज भी ट्रोल किया जाता है। हालांकि, इसका पछतावा उनको हमेशा रहेगा। इस बात को उन्होंने कई बार कबूल किया है।
केएल राहुल ने आर अश्विन के यूट्यूब चैनल पर अप्रैल 2024 में दिए एक इंटरव्यू में वर्ल्ड कप 2023 फाइनल में धीमी पारी खेलने के पछतावे के बारे में बात की थी। उन्होंने कहा, "ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप फाइनल में, मैं इस बात को लेकर असमंजस में था कि क्या मिचेल स्टार्क के खिलाफ तेजी से रन बनाऊं या फिर उसे रिवर्स स्विंग के दौरान खेलूं, वह मुश्किल कोण पर गेंदबाजी कर रहा था - इसी उलझन में मैं गेंद को छू गया। अगर मैं अंत तक खेल पाता, तो यह 30 से अधिक रन हो सकते थे और शायद विश्व कप हमारे हाथ में होता - इसी बात का मुझे अफसोस है।"