कॉल करने वाले के नंबर की जगह दिखेगा नाम, सरकार की नई प्लानिंग कर देगी खुश Caller ID feature by TRAI new report suggests that 4G and 5G users will get caller name display feature soon, Gadgets Hindi News - Hindustan
Hindi Newsगैजेट्स न्यूज़Caller ID feature by TRAI new report suggests that 4G and 5G users will get caller name display feature soon

कॉल करने वाले के नंबर की जगह दिखेगा नाम, सरकार की नई प्लानिंग कर देगी खुश

टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) की ओर से जल्द यूजर्स को एक नया फीचर दिया जाएगा। नई फंक्शनैलिटी का नाम कॉलर नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) रखा गया है और यह यूजर्स को कॉलर का नाम दिखाएगी।

Pranesh Tiwari लाइव हिन्दुस्तानTue, 15 April 2025 01:52 PM
share Share
Follow Us on
कॉल करने वाले के नंबर की जगह दिखेगा नाम, सरकार की नई प्लानिंग कर देगी खुश

भारत में मोबाइल कॉलिंग एक्सपीरियंस को और सेफ और ट्रांसपैरेंट बनाने के लिए, टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने ‘कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन’ (CNAP) नाम से एक नई फंक्शनैलिटी की योजना बनाई है। इस नई सुविधा के चलते जब कोई कॉल करेगा, तो रिसीवर की स्क्रीन पर कॉल करने वाले का नाम भी दिखाई देगा, जिससे अनजान या स्पैम कॉल्स की पहचान करना आसान होगा।

क्या है नया CNAP फीचर?

CNAP एक नई टेक्नोलॉजी है जो कॉल रिसीव करने वाले यूजर को कॉल करने वाले का नाम दिखाती है। यह नाम उस यूजर की ओर से मोबाइल नंबर लेते वक्त दिए गए डॉक्यूमेंट्स के आधार पर होगा। इसके लिए टेलीकॉम कंपनियां एक सेंट्रल डाटाबेस से जानकारी इकट्ठा करेंगी और उसे अपडेट किया जाता रहेगा।

ये भी पढ़ें:गर्मी से खराब हो सकता है आपका स्मार्टफोन, इन टिप्स के साथ करें एक्सट्रा केयर

नई सर्विस से होंगे ढेरों फायदे

स्पैम और धोखाधड़ी से सुरक्षा: इस फीचर से यूजर्स अनजान कॉल्स की पहचान कर सकेंगे, जिससे स्पैम और धोखाधड़ी की संभावना कम होगी।

पारदर्शिता में वृद्धि: कॉल करने वाले का नाम दिखने से उपयोगकर्ताओं को अधिक पारदर्शिता मिलेगी।

बिजनेस कॉल्स की पहचान: टेलीकॉम कंपनियों को यह सुविधा देने की सिफारिश की गई है कि वे अपने ग्राहकों को 'प्रेफर्ड नेम' दिखाने की अनुमति दें, जो उनके ट्रेडमार्क या रजिस्टर्ड नाम हो सकते हैं।

ये भी पढ़ें:फोन की स्क्रीन पर आ गई हरे रंग की लाइन? घर बैठे ऐसे ठीक कर सकते हैं आप

सभी ऑपरेटर्स को दिए गए निर्देश

TRAI ने निर्देश दिए हैं कि कि सभी टेलीकॉम ऑपरेटर इस नई सुविधा को लागू करें। इसके लिए पहले एक लाइसेंस सर्विस एरिया में टेस्ट किया जाएगा, जिसमें सभी ऑपरेटर हिस्सा लेंगे। इसके बाद, इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। कुछ टेलीकॉम कंपनियों ने इस फीचर को लेकर चिंता जताई, जैसे कि कॉल सेटअप में देरी, प्राइवेसी का मुद्दा और तकनीकी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

इसके अलावा, यह फीचर फिलहाल केवल 4G और 5G नेटवर्क पर ही उपलब्ध होगी, जिससे 2G और 3G यूजर्स को इसका फायदा नहीं मिलेगा।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।