सऊदी के शख्स को कहा ना, तो एक्ट्रेस को रातोंरात उठा ले गई बांग्लादेशी पुलिस; क्या है मामला?
- पुलिस के अनुसार, मेघना ने एक सऊदी राजनयिक के खिलाफ सोशल मीडिया पर झूठी जानकारी फैलाई, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच संबंधों को नुकसान पहुंचाना था।

बांग्लादेशी मॉडल और अभिनेत्री मेघना आलम को ढाका पुलिस ने 9 अप्रैल की रात को उनके घर पर छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया है। उन पर सऊदी अरब के साथ बांग्लादेश के कूटनीतिक संबंधों को "खतरे" में डालने का आरोप लगाया गया है। मेघना 2020 में मिस अर्थ बांग्लादेश का खिताब जीत चुकी हैं। उनको विशेष अधिकार अधिनियम (स्पेशल पावर्स एक्ट), 1974 के तहत हिरासत में लिया गया है।
पुलिस के अनुसार, मेघना ने एक सऊदी राजनयिक के खिलाफ सोशल मीडिया पर "झूठी जानकारी" फैलाई, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच संबंधों को नुकसान पहुंचाना था। गिरफ्तारी से पहले मेघना ने फेसबुक लाइव के जरिए दावा किया था कि कुछ लोग, जो खुद को पुलिसकर्मी बता रहे थे, उनके घर में जबरदस्ती घुसने की कोशिश कर रहे थे। इस 12 मिनट के वीडियो में वह अधिकारियों से सहयोग करने की बात कहती दिखीं, लेकिन बाद में यह वीडियो हटा लिया गया।
मेघना के पिता, बदरूल आलम ने दावा किया कि उनकी बेटी का एक सऊदी राजनयिक के साथ संबंध था, जिसने शादी का प्रस्ताव रखा था। बदरूल के अनुसार, मेघना ने यह प्रस्ताव ठुकरा दिया क्योंकि राजनयिक पहले से शादीशुदा है और उसके बच्चे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इसके बाद राजनयिक ने बांग्लादेशी अधिकारियों की मदद से मेघना को चुप कराने की कोशिश की।
इस गिरफ्तारी ने बांग्लादेश में विवाद खड़ा कर दिया है। मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने इसे "निंदनीय" बताते हुए मेघना को या तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य अपराध में आरोपित करने या रिहा करने की मांग की है। बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के कानून सलाहकार असिफ नजरूल ने भी स्वीकार किया कि विशेष अधिकार अधिनियम के तहत मेघना की गिरफ्तारी "उचित नहीं" थी।
उच्च न्यायालय ने सरकार से दो सप्ताह में जवाब मांगा है कि मेघना की गिरफ्तारी को अवैध क्यों न घोषित किया जाए। मेघना को ढाका की काशीमपुर जेल में 30 दिनों की हिरासत में भेजा गया है। इस मामले ने बांग्लादेश में कानून के दुरुपयोग और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सवाल उठाए हैं।
सऊदी अरब बांग्लादेश का एक महत्वपूर्ण सहयोगी है, जो वित्तीय और मानवीय सहायता प्रदान करता है। 2022 की सऊदी जनगणना के अनुसार, वहां 21.6 लाख बांग्लादेशी कामगार हैं, जो वहां की सबसे बड़ी विदेशी राष्ट्रीयता है। ऐसे में इस घटना ने दोनों देशों के बीच तनाव की आशंका पैदा की है।
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