बंगाल में बांग्लादेशी आतंकियों ने भड़काई हिंसा? रिपोर्ट में दावा, जमात-उल-मुजाहिदीन से कनेक्शन
- पश्चिम बंगाल में नए वक्फ कानून के विरोध में बड़े पैमाने पर साम्प्रदायिक हिंसा भड़क उठी है। इस बीच एक रिपोर्ट ने दावा किया गया है कि इस हिंसा को भड़काने के पीछे बांग्लादेशी आतंकी गुट का हाथ हो सकता है।

वक्फ कानून के विरोध में पूरे पश्चिम बंगाल में हिंसा चरम पर है। आगजनी और तोड़तोड़ की खबरों के बीच तीन लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं कई लोगों के घायल होने की भी खबर है। मुर्शिदाबाद के बाद सोमवार को दक्षिण 24 परगना जिले में भी हालात बेकाबू हो गए। कथित तौर पर हिंसा तब शुरू हुई जब पुलिस इंडियन सेकुलर फ्रंट के कार्यकर्ताओं को कोलकाता के रामलीला मैदान में जाने से रोक रही थी। यहां वक्फ कानून के विरोध में बड़ी रैली का आयोजन किया गया था। राज्य में हो रहे इस बवाल के बीच खबरें आई हैं कि इस सांप्रदायिक हिंसा को भड़काने के पीछे बांग्लादेश से जुड़े एक आतंकी संगठन का हाथ हो सकता है।
न्यूज 18 की एक रिपोर्ट में खुफिया सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि हो सकता है कि पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा के तार जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश से जुड़े हो। रिपोर्ट में खुफिया सूत्रों ने वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन और हिंसा में विदेशी हस्तक्षेप से इनकार नहीं किया है। रिपोर्ट के मुताबिक यह संभव है कि जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) जैसे समूहों ने बांग्लादेश सीमा से सटे रास्तों और सुंदरबन डेल्टा में हथियारों की आपूर्ति करने के अलावा कुछ गुटों को प्रशिक्षित भी किया हो।
जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश क्या है?
जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) एक प्रतिबंधित आतंकवादी समूह है जो बांग्लादेश से संचालित होता है। खुफिया सूत्रों के मुताबिक JMB एक हाइब्रिड मॉडल के तहत काम करता है जहां यह ऑनलाइन तरीके से कट्टरता को बढ़ावा देने के अलावा ग्राउंड पर सामुदायिक हिंसा को भड़काने का कार्य करता है। वहीं JMB टेलीग्राम और व्हाट्सएप जैसे मैसेजिंग प्लेटफॉर्म के जरिए तकनीक-प्रेमी युवाओं की भर्ती करता है और इन ग्रुप्स में ISIS से जुड़ी सामग्रियों को शेयर भी करता है। अधिकारियों के मुताबिक यह समूह मदरसा और मुस्लिम समूहों के बीच अपनी गहरी पैठ बना चुका है।
ISIS से जुड़े हैं तार
जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश का नेटवर्क सिर्फ यहां तक सीमित नहीं है। यह लॉजिस्टिक्स, ट्रेनिंग और अन्य चीजों के लिए लश्कर-ए-तैयबा, हरकत-उल-जिहाद-अल-इस्लामी और यहां तक कि ISIS से जुड़े लोगों के साथ भी काम करता है। सूत्रों के मुताबिक 2014 में बर्दवान में हुए ब्लास्ट का संबंध लश्कर-ए-तैयबा के साथ-साथ JMB से भी था।