पहली बार 75 पार, कनाडा चुनावों में भारतवंशियों का बढ़ा जलवा; सबसे ज्यादा विपक्ष के उम्मीदवार
Canada Elections: सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी के दो इंडो-कैनेडियन कैबिनेट मंत्री फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें ओकविले ईस्ट से अनीता आनंद और ब्रैम्पटन वेस्ट से कमल खेरा शामिल हैं।

Canada Elections: 28 अप्रैल को कनाडा में आम चुनाव होना है। उसके लिए अभी नामांकन की प्रक्रिया चल ही रही है लेकिन इसी बीच भारतवंशियों का डंका पूरे कनाडा में बजने लगा है। इस बार के संघीय चुनावों में भारतीय मूल के उम्मीदवारों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। अभी तक के प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, हाउस ऑफ कॉमन्स में प्रवेश करने के लिए भारतीय मूल के 75 से अधिक उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है, जो एक रिकॉर्ड है। आगे आने वाले कुछ दिनों में यह संख्या और भी बढ़ सकती है क्योंकि कई दलों ने अभी तक सभी उम्मीदवारों के ऐलान नहीं किए हैं।
पहले से घोषित उम्मीदवारों के विवरण के अनुसार, सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी ने अब तक कम से कम 17 भारतीय-कनाडाई उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जबकि मुख्य विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी ने 28 या उससे भी ज्यादा भारतवंशियों पर भरोसा जताया है। अन्य भारतीय-कनाडाई उम्मीदवारों में 10 न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी से हैं। इसके अलावा पीपुल्स पार्टी ऑफ कनाडा के आठ भारतवंशी उम्मीदवार हैं। ग्रीन पार्टी ने भी चार भारतीय-कनाडाई उम्मीदवारों को उतारने का ऐलान किया है। कुछ प्रमुख निर्दलीय उम्मीदवार भी भारतीय-कनाडाई हैं।
50 से ज्यादा पंजाबी मूल के उम्मीदवार
इनमें से 50 से अधिक उम्मीदवार, यानी दो-तिहाई से अधिक पंजाब से ताल्लुक रखते हैं। ऐसे पंजाबी मूल के उम्मीदवारों की बड़ी संख्या में लगभग 50 उम्मीदवार पहली बार संघीय राजनीति में कदम रख रहे हैं। बता दें कि 2021 के संघीय चुनावों में 60 भारतीय-कनाडाई उम्मीदवार थे। चुनाव के बाद इनमें से 21 भारतीय-कनाडाई सांसद बनकर सदन में पहुंचे थे। पिछले महीने चुनाव घोषित होने के बाद उस संसद को भंग कर दिया गया था। अब 2025 में यह संख्या 60 से करीब सवा गुना ज्यादा होने की संभावना है।
दो मौजूदा भारतवंशी मंत्री भी लड़ रहे चुनाव
सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी के दो इंडो-कैनेडियन कैबिनेट मंत्री फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें ओकविले ईस्ट से अनीता आनंद और ब्रैम्पटन वेस्ट से कमल खेरा शामिल हैं। दोनों निर्वाचन क्षेत्र ग्रेटर टोरंटो एरिया या GTA के तहत आता है। पूर्व कैबिनेट मंत्री आरिफ विरानी और हरजीत सज्जन ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वे 2025 के चुनाव से बाहर हो रहे हैं। वाटरलू से बर्दिश छागर और ब्रैम्पटन नॉर्थ-कैलेडन से रूबी सहोता समेत अन्य पूर्व लिबरल मंत्री भी मैदान में हैं।
चंद्र आर्य का टिकट कटा
इनके अलावा अमरजीत सोही, जो 2015 से 2019 तक कैबिनेट मंत्री थे और वर्तमान में एडमॉन्टन के मेयर हैं, फिर से संघीय राजनीति में लौट रहे हैं और अल्बर्टा में एडमॉन्टन साउथईस्ट से चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि, तीन बार के सांसद चंद्र आर्य जैसी कुछ प्रमुख भारतवंशी राजनीतिक हस्तियां इस बार चुनाव से वंचित हैं। चंद्र आर्य को पिछले महीने लिबरल पार्टी ने ने चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया था। उनकी जगह लेने वाले उम्मीदवार खुद प्रधानमंत्री मार्क कार्नी हैं। एनडीपी जगमीत सिंह ब्रिटिश कोलंबिया में बर्नबी सेंट्रल से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं।
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