खतरनाक मटेरियल की तस्करी, अमेरिका को बर्बाद करने की साजिश? एक और चीनी वैज्ञानिक गिरफ्तार
वुहान की एक चीनी वैज्ञानिक चेंग्सुआन हान पर अमेरिका में अवैध जैविक सामग्री की तस्करी का आरोप लगा है। डेट्रॉइट हवाई अड्डे पर गिरफ्तार हान ने कथित तौर पर किताब में छिपाकर नमूने भेजे थे।

अमेरिकी अधिकारियों ने चीन के वुहान से आई एक और वैज्ञानिक को अवैध रूप से जैविक सामग्री यानी बायोलॉजिकल मटेरियल की तस्करी करने और सरकारी एजेंटों से झूठ बोलने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह घटना हाल के दिनों में इस तरह का दूसरा मामला है। इससे पहले मिशिगन विश्वविद्यालय से जुड़े चीनी नागरिकों पर खतरनाक बायो मटेरियल की तस्करी का आरोप लगा है। बता दें कि चीन का वुहान वही शहर है जहां कोरोना वायरस सबसे पहले दिसंबर 2019 में सामने आया था। वुहान के हुआनन सीफूड मार्केट को इस वायरस के प्रारंभिक प्रसार का केंद्र माना जाता है, जहां से यह तेजी से फैलकर वैश्विक महामारी बन गया। कुछ रिपोर्टों में ये भी दावा किया जाता है कि कोरोना वुहान की एक वैज्ञानिक लैब से निकला था।
चेंग्सुआन हान नाम की आरोपी वुहान में हुआजहॉन्ग यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी में पीएचडी छात्रा है। उसे रविवार को डेट्रॉइट मेट्रोपॉलिटन हवाई अड्डे पर उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह शंघाई से फ्लाइट के जरिए अमेरिका पहुंची थीं। एफबीआई के अनुसार, हान ने 2024 और 2025 में चार पैकेज अमेरिका भेजे, जिनमें जैविक सामग्री छिपाई गई थी। इनमें से एक पैकेज को एक किताब के अंदर छिपाया गया था, जिसे अधिकारियों ने पिछले साल और इस साल की शुरुआत में जब्त किया था।
हान पर अमेरिका में माल की तस्करी और झूठे बयान देने जैसे गंभीर अपराधों का आरोप लगाया गया है। अदालती दस्तावेजों के अनुसार, हान ने शुरू में पैकेज भेजने से इनकार किया था और दावा किया था कि उनमें प्लास्टिक के कप थे, न कि पेट्री डिश। हालांकि, बाद में उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने वुहान में अपनी पीएचडी शोध के दौरान एकत्र किए गए नमूने भेजे थे। ये नमूने कथित तौर पर परजीवी राउंडवर्म्स से संबंधित थे और मिशिगन विश्वविद्यालय के एक लैब में भेजे गए थे, जहां हान एक साल तक एक प्रोजेक्ट को पूरा करने की योजना बना रही थीं।
अमेरिकी अटॉर्नी जेरोम एफ. गॉर्गन जूनियर ने कहा, "वुहान की एक साइंस एंड टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी से इस विदेशी नागरिक द्वारा जैविक सामग्री की तस्करी एक खतरनाक पैटर्न का हिस्सा है जो हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। इस बायो मटेरियल को मिशिगन विश्वविद्यालय की लैब में उपयोग करने की योजना थी।" एफबीआई निदेशक काश पटेल ने एक्स पर एक पोस्ट में इस घटना की पुष्टि करते हुए लिखा, "एफबीआई डेट्रॉइट ने जैविक सामग्री की तस्करी और संघीय एजेंटों से झूठ बोलने के आरोप में एक और चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया है। यह व्यक्ति चेंग्सुआन हान है, जो चीन के वुहान में पीएचडी छात्रा हैं।"
यह मामला हाल के हफ्तों में मिशिगन में दूसरा ऐसा मामला है, जिसमें चीनी नागरिकों पर जैविक सामग्री की तस्करी का आरोप लगा है। पिछले हफ्ते मिशिगन विश्वविद्यालय में PhD रिसर्चर युनकिंग जियान और उनके प्रेमी, ज़ुनयॉन्ग लियू पर फ्यूजेरियम ग्रैमिनेरम नामक एक जहरीले फंगस की तस्करी का आरोप लगाया गया था, जिसे वैज्ञानिक साहित्य में एक संभावित कृषि आतंकवाद हथियार के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इस फंगस के कारण गेहूं, जौ, मक्का और चावल जैसी फसलों में "हेड ब्लाइट" रोग हो सकता है, जिससे वैश्विक स्तर पर हर साल अरबों डॉलर का आर्थिक नुकसान होता है। यह मामला अमेरिका और चीन के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बीच सामने आया है। हाल ही में ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका में पढ़ने वाले चीनी नागरिकों के वीजा को "आक्रामक रूप से" रद्द करने की कसम खाई है।
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