दूसरे विश्व युद्ध की तरह; डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ से जर्मनी में हड़कंप, अर्थशास्त्रियों की चेतावनी
- Donald Trump tariffs: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ ने दुनिया भर के देशों को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है। ट्रंप टैरिफ का सबसे ज्यादा शिकार अमेरिका के सहयोगी देश ही हुए हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई देशों पर जवाबी टैरिफ की लगाकर दुनिया भर में सरगर्मी तेज कर दी है। ट्रंप का सबसे बड़ा निशाना दशकों से अमेरिका के साथी रहे यूरोपीय देश ही रहे। अब ट्रंप के इस फैसले के बाद जर्मनी के अर्थशास्त्रियों ने चेतावनी दी है कि ट्रंप प्रशासन की तरफ से शुरू किया गया यह टैरिफ वॉर जर्मनी को दूसरे विश्व युद्ध के पहले के दौर की तरफ ले जा सकता है।
गुरुवार को जर्मन अर्थशास्त्रियों ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि ट्रंप द्वारा जर्मन कारों पर लगाया गया 25 फीसदी टैरिफ दूसरे विश्व यु्द्ध के पहले की समय की व्यापारिक बाधाओं को वापस ला सकता है। यही किसी के हित के लिए भी सही नहीं है। क्योंकि अब जर्मनी भी अमेरिकी कंपनियों पर अपने जवाबी टैरिफ के बारे में विचार कर रहा है।
इससे पहले जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने ट्रंप के फैसले का विरोध करते हुए इसे मौलिक रूप से गलत बताया था। इतना ही नहीं उन्होंने कहा था कि यूरोपीय संघ भी अमेरिकी कंपनियों को निशाना बनाकर जवाबी कार्रवाई कर सकता है।
जर्मन चांसलर ने कहा कि यह उस व्यापार व्यवस्था पर हमला है जिसने पूरी दुनिया में समृद्धि पैदा की है। हम यह भी स्वीकार करते हैं कि यह व्यवस्था अमेरिका द्वारा ही पैदा की हुई है लेकिन अब वह ही इसे बर्बाद करने पर तुला हुआ है।
दूसरी तरफ जर्मनी के वित्तमंत्री रॉबर्ट हेबेक ने भी गुरुवार को इसी तरह के प्रतिशोध का संकेत दिया था। उन्होंने कहा था कि हमारे पास सभी तरह के विकल्प मौजूद हैं। बड़ी अमेरिकी टेक कंपनियों का यूरोप में अविश्वसनीय प्रभुत्व है और वह यूरोपीय टैक्स से काफी हद तक मुक्त हैं।
मंदी के दौर की संभावना
जर्मनी के अर्थशास्त्री कॉर्स्टन ब्रेजस्की ने कहा कि ऐसा लगता है जैसे 1930 का दशक वापस आ गया है। अमेरिका सरकार द्वारा लगाए गए टैरिफ जर्मन अर्थव्यवस्था में मंदी को प्रेरित कर सकते हैं यह बहुत ही खतरनाक स्थिति है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।