Finalise it quickly you cant delay it for months America ultimatum amid Russia-Ukraine peace जल्दी फाइनल करो, महीनों तक नहीं उलझा सकते; रूस-यूक्रेन शांति के बीच अमेरिका का अल्टीमेटम, International Hindi News - Hindustan
Hindi Newsविदेश न्यूज़Finalise it quickly you cant delay it for months America ultimatum amid Russia-Ukraine peace

जल्दी फाइनल करो, महीनों तक नहीं उलझा सकते; रूस-यूक्रेन शांति के बीच अमेरिका का अल्टीमेटम

  • रूस-यूक्रेन युद्ध अब तीसरे साल में पहुंच चुका है और दुनिया भर की तमाम कूटनीतिक कोशिशों के बावजूद कोई ठोस हल नहीं निकल पाया है। अमेरिका की तरफ से बार-बार मध्यस्थता की पेशकश की गई, लेकिन जमीनी हालात जस के तस बने हुए हैं।

Himanshu Tiwari रॉयटर्सFri, 18 April 2025 02:27 PM
share Share
Follow Us on
जल्दी फाइनल करो, महीनों तक नहीं उलझा सकते; रूस-यूक्रेन शांति के बीच अमेरिका का अल्टीमेटम

रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है। अमेरिका ने साफ कर दिया है कि अगर रूस और यूक्रेन के बीच शांति समझौते को लेकर जल्द कोई ठोस प्रगति नहीं होती, तो वह इस प्रयास से हाथ खींच लेगा। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने शुक्रवार को पेरिस में यूरोपीय और यूक्रेनी नेताओं से मुलाकात के बाद कहा कि अमेरिका अब इस प्रक्रिया में हफ्तों और महीनों तक उलझा नहीं रह सकता।

रूबियो ने कहा, "अब यह तय करना जरूरी है कि क्या यह समझौता अगले कुछ हफ्तों में मुमकिन है या नहीं। हम अब कुछ ही दिनों में यह निर्णय करेंगे। अगर आगे बढ़ने की गुंजाइश दिखती है, तो हम साथ हैं। नहीं तो हमारे पास और भी जरूरी प्राथमिकताएं हैं जिन पर ध्यान देना होगा।"

नतीजा नहीं आया तो पीछे हटने को तैयार अमेरिका

उन्होंने यह भी बताया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अभी भी इस शांति प्रक्रिया में दिलचस्पी रखते हैं, लेकिन अगर कोई नतीजा नजर नहीं आता तो वह पीछे हटने को तैयार हैं। गौरतलब है कि ट्रंप ने अपने चुनावी वादों में दावा किया था कि वो राष्ट्रपति पद संभालते ही 24 घंटे के भीतर युद्ध खत्म करवा देंगे। हालांकि, पद ग्रहण करने के बाद उन्होंने इस बात में थोड़ी नरमी दिखाई और संकेत दिया कि अप्रैल या मई तक कोई समझौता हो सकता है।

ये भी पढ़ें:जेलेंस्की जिम्मेदार नहीं..रूस-यूक्रेन युद्ध पर बदले डोनाल्ड ट्रंप के सुर
ये भी पढ़ें:टैरिफ के बाद एक और मोर्चे पर नरम पड़े ट्रंप, यूक्रेन को सैन्य मदद अब ऋण नहीं
ये भी पढ़ें:आंसुओं में डूबे थे यूक्रेनी, रूस ने लगातार दूसरे दिन गिराई मिसाइल;सबसे बड़ा हमला

तीसरे साल में रूस-युक्रेन युद्ध

लेकिन अब जब कोई हल निकलता नहीं दिख रहा, तो अमेरिका ने यह सख्त रुख अपनाया है। रूबियो की यह टिप्पणी बताती है कि अमेरिका में रूसी आक्रमण और वैश्विक कूटनीतिक संकटों को लेकर निराशा बढ़ती जा रही है। अमेरिका के इस रुख से ये भी साफ हो रहा है कि अगर बात नहीं बनी, तो अब अपना-अपना देखना की नौबत आ सकती है। ये बयान ऐसे वक्त में आया है जब युद्ध अपने तीसरे साल में पहुंच चुका है और न तो कूटनीतिक पहलें असर दिखा रही हैं, न ही जमीनी हालात सुधर रहे हैं।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।