तेल अवीव की सड़कों पर भी खौफ, इजरायल के जवाब में ईरान के भी ताबड़तोड़ हमले; धुंआ-धुंआ
मिसाइलों के हमले के चलते इमारतें पल भर में धराशायी हो गईं। महिला ने बताया कि सुबह होने पर जब हम बाहर निकले तो डर रहे थे। हर कोई खौफ में था। यहां तक कि हम मलबे के बीच से होते हुए गुजरे तो लोगों ने नाक बंद कर रखी थी। इसकी वजह यह थी कि हमें डर था कि कहीं हम सांस लेते हुए बारूद ही न अंदर ले जाएं।

इजरायल ने बीते सप्ताह ईरान पर ताबड़तोड़ हमले किए थे। तड़के 3 बजे ही इजरायली मिसाइलें ईरान के परमाणु ठिकानों पर बरसीं और सेना प्रमुख समेत 20 टॉप सैन्य कमांडरों को मार डाला गया। इन हमलों के बाद इजरायल को लगा होगा कि शायद इससे ईरान दहशत में होगा और मजबूत जवाब नहीं दे सकेगा। लेकिन अब तक के हालात से अंदाजा लग रहा है कि शायद इजरायल गलत था। ईरान की भले ही टॉप मिलिट्री लीडरशिप हमले में मारी गई, लेकिन वह जल्दी ही उससे उबरता दिखा है। उसने रविवार रात को इजरायल पर जमकर हमले बोले। यहां तक कि इजरायल की राजधानी तेल अवीव पर भी मिसाइलें बरसी हैं।
सोमवार सुबह तेल अवीव में बसे इजरायली उठे तो चारों तरफ मलबा था। कई इमारतें जमींदोज हो गईं। चारों तरफ लोग खौफ में दिख रहे हैं और सुरक्षित ठिकानों की तलाश में हैं। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक तेल अवीव में ही ईरान की 4 बलिस्टिक मिसाइलें गिरी हैं। बंकर में छिपी एक महिला ने बताया कि उसने नीचे से ही धमाकों की आवाज महसूस की। यह बहुत तेज थी और मिसाइलों के हमले के चलते इमारतें पल भर में धराशायी हो गईं। महिला ने बताया कि सुबह होने पर जब हम बाहर निकले तो डर रहे थे। हर कोई खौफ में था। यहां तक कि हम मलबे के बीच से होते हुए गुजरे तो लोगों ने नाक बंद कर रखी थी। इसकी वजह यह थी कि हमें डर था कि कहीं हम सांस लेते हुए बारूद ही न अंदर ले जाएं।
करीब 10 इजरायलियों को अस्पताल ले जाया गया है और 4 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा कई इमारतें गिरी हैं। इजरायलियों के घायल या हताहत होने की संख्या बढ़ सकती थी, लेकिन पहले से ही सतर्क यहूदी मुल्क के ज्यादातर लोग बंकरों में छिपे रहे या फिर सुरक्षित ठिकानों में बने रहे। सोमवार को सुबह बड़ी संख्या में तेल अवीव की सड़कों पर खौफजदा इजरायली यह देखने के लिए निकले कि आखिर ईरान के हमलों से कितना नुकसान हुआ है। रात भर हुए ईरानी हमलों में 4 लोगों की मौत की खबर है। बीते 4 दिनों से जारी जंग में ईरानी हमलों में कुल 17 इजरायली मारे गए हैं।
एक्सपर्ट बोले- इजरायल ने ईरान को कम आंकने की भूल की
मिडल ईस्ट के मामलों की जानकार त्रिता पारसी का कहना है कि इजरायल ने ईरान की क्षमता को कम आंका था। उन्हें शायद अंदाजा नहीं था कि भीषण हमले के बाद भी ईरान इस तरह से उठ खड़ा होगा। क्विंसी इंस्टिट्यूट की वाइस प्रेसिडेंट पारसी ने कहा कि इजरायलियों को लगा था कि वे अपने हमले से ईरान की कमांड को खत्म कर देंगे। उन्हें इस बात का अनुमान नहीं था कि ईरान इतनी मजबूती के साथ फिर से खड़ा होगा और जवाब देगा। उन्होंने कहा कि आज हम देख रहे हैं कि ईरानी मिसाइलें इजरायल के अंदर घुसकर हमले कर रही हैं। उन्हें रोकने में इजरायल का एयर डिफेंस सिस्टम कमजोर दिख रहा है।
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