पाकिस्तानियों ने किया था तीन भारतीयों को किडनैप? ईरान ने सभी को सुरक्षित छुड़ाया
तेहरान पुलिस ने तीन लापता भारतीय नागरिकों को खोजकर मुक्त कराया है। ये तीनों भारतीय, जो पंजाब के रहने वाले हैं, मई महीने की शुरुआत में ईरान में लापता हो गए थे।

पिछले महीने ईरान में लापता हुए तीन भारतीय नागरिकों को छुड़ा लिया गया है। यह जानकारी भारत स्थित ईरानी दूतावास ने मंगलवार को तेहरान में मीडिया की खबरों के हवाले से दी। पिछले सप्ताह विदेश मंत्रालय ने कहा था कि वह लापता भारतीयों के मामले में ईरानी अधिकारियों के संपर्क में है। ईरानी दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, "तीन लापता भारतीय नागरिक मुक्त करा लिए गए हैं।" उसने कहा, ‘‘ईरान के स्थानीय मीडिया का कहना है कि पुलिस ने ईरान में लापता हुए तीन भारतीयों को ढूंढकर छुड़ा लिया है।’’ ये तीनों भारतीय पंजाब राज्य के रहने वाले हैं और मई महीने की शुरुआत में ईरान में लापता हो गए थे। तीनों भारतीय नागरिकों की पहचान हुसनप्रीत सिंह (संगरूर), जसपाल सिंह (एसबीएस नगर), और अमृतपाल सिंह (होशियारपुर) के रूप में हुई है। वे 1 मई को ईरान पहुंचे थे।
पाकिस्तानियों ने किया था किडनैप? परिवार क्या बोला?
तीनों युवकों के परिवार ने भी इस बात की पुष्टि की है कि उन्हें सुरक्षित रिहा करा लिया गया है। हुसनप्रीत की मां बलविंदर कौर ने कहा, "उन्हें पुलिस ने बचा लिया है। मुझे इस बारे में समाचारों से पता चला।" हुसनप्रीत के पिता की मौत हो चुकी है। उनके मामा रमेश शर्मा ने बताया कि परिवारों को सोमवार को उनके बेटे और उसके साथियों से फोन आया, जिनका अपहरण कर लिया गया था। उन्होंने कहा, "वहां मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने उन्हें फोन करके हमें सूचित करने की अनुमति दी। हमें सोमवार को फोन आया, जिसमें लड़कों ने बताया कि पुलिस ने उन्हें अपहरण से सुरक्षित बचा लिया है और आरोपी पाकिस्तानी किडनैपर को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि, उनमें से कितने लोग शामिल थे और कब गिरफ्तार किए गए, यह अभी भी पता नहीं चल पाया है। सरकार को धन्यवाद देते हुए शर्मा ने कहा, "लड़कों की भारत वापसी के बारे में, यह सरकार पर निर्भर है क्योंकि यह एक बाहरी मामला है।" उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर को ईमेल भेजे हैं।
क्या है पूरी घटना?
ये लोग एक स्थानीय ट्रैवल एजेंट के माध्यम से ऑस्ट्रेलिया में नौकरी के वादे के साथ यात्रा कर रहे थे। हालांकि, तेहरान पहुंचने के तुरंत बाद, उनके परिवारों ने दावा किया कि उन्हें अज्ञात लोगों द्वारा अपहरण कर लिया गया था। अपहरणकर्ताओं ने कथित तौर पर 50 लाख रुपये (लगभग 63,000 अमेरिकी डॉलर) की फिरौती की मांग की थी और परिवारों को उनके बंधे हुए और घायल हालत में वीडियो और तस्वीरें भेजी थीं।
तेहरान पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दक्षिणी तेहरान के वरमिन इलाके में अपहरणकर्ताओं के खिलाफ एक ऑपरेशन चलाया। इस अभियान में तीनों भारतीयों को सुरक्षित बचा लिया गया और अपहरणकर्ता गिरोह को हिरासत में लिया गया। ईरानी दूतावास ने भारत में इस घटना की जानकारी साझा करते हुए ट्वीट किया, "तेहरान पुलिस ने तीन लापता भारतीय नागरिकों को मुक्त कराया है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, पुलिस ने ईरान में लापता हुए तीन भारतीय पुरुषों को खोजकर रिहा किया है।"
भारतीय दूतावास की भूमिका
भारतीय दूतावास ने इस मामले को 28 मई को उठाया था, जब पीड़ितों के परिवारों ने उनकी गुमशुदगी की सूचना दी। दूतावास ने ईरानी अधिकारियों से तत्काल और गहन जांच की मांग की थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने 29 मई को एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, "हम ईरानी अधिकारियों के साथ दैनिक संपर्क में हैं और हमें उनकी ओर से अच्छा सहयोग मिल रहा है। हम परिवारों के साथ भी संपर्क में हैं और उन्हें हर संभव मदद प्रदान कर रहे हैं।" इस मामले में होशियारपुर के एक ट्रैवल एजेंट के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज की गई है, जो कथित तौर पर फरार है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, तीनों भारतीय नागरिकों को जल्द ही भारत वापस लाया जाएगा। भारतीय दूतावास ईरानी अधिकारियों के साथ समन्वय बनाए हुए है ताकि उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित हो सके।
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